लखनऊ: जिले की स्वास्थ विभाग ने लखनऊ के बलरामपुर अस्पताल, सिविल अस्पताल और कमांड अस्पताल में भर्ती कोरोना मरीजों को शहर के दूर स्थित साडामऊ अस्पताल में भर्ती किया जा रहा है. साडामऊ अस्पताल में मरीजों के लिए तमाम तरह की व्यवस्था है.
शहर से दूर अस्पतालों में होगा कोरोना के मरीजों का इलाज
साडामऊ अस्पताल 100 बेड का अस्पताल है. कोरोनावायरस को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने पहले की तैयारी कर ली थी. राजधानी के इन अस्पतालों में कोरोना के भर्ती मरीजों को साडामऊ अस्पताल में भर्ती करने की प्रक्रिया चल रही है. यह फैसला इसलिए लिया जा रहा है, क्योंकि सभी अस्पताल राजधानी लखनऊ के बीचो-बीच शहर में स्थित है. शहर के बीचों-बीच कोरोना के संक्रमाण फैलने का खतरा मंडरा रहा है. इन्हीं सब सावधानियों को नजर में रखते हुए स्वास्थ विभाग ने यह फैसला लिया है.
स्वास्थ्य विभाग की तरफ से समुचित व्यवस्था
सभी मरीजों को अब राजधानी के साडामऊ अस्पताल में शिफ्ट किया जा रहा है. स्वास्थ्य विभाग की तरफ से मरीजों के इलाज के लिए समुचित व्यवस्था है. मरीजों का संक्रमण अन्य लोगों में न फैले पाए और उन्हें बेहतर चिकित्सा और स्वास्थ्य सेवाएं मिलें, इसलिए सभी मरीजों को एक जगह पर शिफ्ट किया जा रहा है.
कोविड 19 के लिए बने तीन लेवल1 अस्पताल
कोरोना के मरीजों को बेहतर चिकित्सा और स्वास्थ सेवाएं देने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने राजधानी में तीन कोविड-19 अस्पताल दिए गए हैं. यह सभी लखनऊ के बाहरी क्षेत्रों में स्थित है. कोरोना वायरस के संक्रमित मरीजों को इलाज किया जाएगा. इसी कड़ी में लखनऊ में मलिहाबाद, इटौंजा और मोहनलालगंज में कोविड-19 के लिए अस्पताल बनाए गए हैं. मलिहाबाद और मोहनलालगंज में स्थित अस्पताल बीएमसी में 30-30 बेड बनाए गए हैं. वहीं साडामऊ अस्पताल में 100 बेड का कोरोना अस्पताल बनाया गया है.