लखनऊ : कोरोना महामारी को लेकर सभी आवश्यक तैयारियां पूर्ण कर लें. जिससे आवश्यकता पड़ने पर जनसामान्य को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जा सके. यह बातें प्रमुख सचिव चिकित्सालय एवं स्वास्थ्य पार्थ सारथी सेन शर्मा ने शनिवार को कहीं. उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी मंडलायुक्तों, मंडलीय अपर निदेशक स्वास्थ्य, जिलाधिकारियों, मुख्य चिकित्साधिकारियों और चिकित्सालयों के प्रमुखों को कोविड अलर्ट को लेकर निर्देशित किया गया है.
विभाग की ओर से जारी विज्ञप्ति में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य के प्रमुख सचिव पार्थ सारथी सेन शर्मा ने कहा है कि बेहतर कोविड प्रबन्धन के लिए चार स्तरों पर अलग-अलग निर्देश दिए गए हैं. इसमें कोविड सैम्पलिंग, सर्विलांस तथा संवेदीकरण गतिविधियां, रैपिड रिस्पांस टीम की क्रियाशीलता तथा चिकित्सालयों के लिए निर्देश शामिल हैं. कोविड सैम्पलिंग के लिए सभी कोविड प्रयोगशालाओं की पूर्ण सक्रियता सुनिश्चित करने और जीनोम सिक्वन्सिंग के लिए कोविड पॉजीटिव मरीजों के सैम्पल माइक्रोवायोलॉजी लैब केजीएमयू भेजने के निर्दश दिया गया है. इसके अलावा लक्षणयुक्त मरीजों का परीक्षण 24 घंटे के अंदर करा लेने के निर्देश दिए गए हैं.
सर्विलांस और संवेदीकरण के लिए निर्देशित किया गया है कि जनपदों में स्थापित इन्टीग्रेटेड कोविड कमांड सेंटर को दोबारा सक्रिय किया जाए. विदेश यात्रा से आने वाले व्यक्तियों की कोविड रोग बचाव के लिए निगरानी रखी जाएगा. जनपद और ब्लाक स्तर पर गठित निगरानी समिति एवं आरआरटी टीमों का दोबारा संवेदीकरण किया जाए. आवश्यकता पड़ने पर पूर्व की भांति आशा, आंगनबाड़ी वर्कर व ग्राम निगरानी टीम सदस्य लक्षणयुक्त मरीजों को मेडीसिन किट का वितरण करेंगे. रैपिड रिस्पांस टीम द्वारा सूचना प्राप्त होने के 24 घंटे के अंदर कोविड पॉजीटिव व्यक्ति का गृह भ्रमण कर आवश्यक कार्यवाही की जाएगी. कोविड व्यक्ति के सम्पर्क में आए व्यक्ति का सैम्पल जांच के लिए 24 घंटे के अंदर एकत्रित कर लैब में भेजा जाएगा.
इसके अलावा सभी अस्पतालों को निर्देश दिया गया है कि कोविड-19 के प्रबन्धन हेतु सभी स्तर के कार्मिकों का कोविड-19 संबंधित संवेदीकरण प्रशिक्षण दिया जाए. सभी अस्पताल अपनी पूरी क्षमता से कार्य करें. इसके लिए सभी आवश्यक उपकरण, दवाएं, मानव संसाधन व लॉजिस्टिक की व्यवस्था सुनिश्चित कर ली जाए. सभी सरकारी व निजी अस्पतालों में कोविड उपयुक्त व्यवहार एवं मास्क का प्रयोग किया जाएगा. इसके अलावा प्रदेश के हवाई अड्डों पर भारत सरकार द्वारा समय-समय पर निर्गत कोविड-19 गाइडलाइन के अनुसार स्क्रीनिंग व जांच की जाए. इन निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित कराने के लिए चिकित्सा व स्वास्थ्य विभाग द्वारा विस्तृत दिशा-निर्देश जारी कर दिया गया है.