लखनऊ: यूपी में लगातार वैक्सीनेशन के चलते कोरोना वायरस दिनों-दिन सिमट रहा है. शनिवार सुबह कोरोना के 10 नए मरीज मिले, फाइनल रिपोर्ट दोपहर बाद आएगी. उत्तर प्रदेश में शुक्रवार को 24 घंटे में 55 जिलों में कोई नया केस नहीं मिला. जबकि अन्य जिलों में 28 नए मरीज पाए गए. वहीं 49 मरीज डिस्चार्ज किए गए. इसी बीच मौसम में बदलाव से संक्रामक और मच्छरजनित बीमारियों का खतरा मंडराने लगा है. राजधानी के फैजुल्लागंज इलाके में 15 लोग डायरिया बुखार की चपेट में आ गए है.
हालांकि कोरोना की बात करें तो यूपी में देश में सर्वाधिक 10 करोड़ 70 लाख से अधिक टेस्ट किए गए हैं. यहां एक व्यक्ति के पॉजिटिव आने पर 55 लोगों की जांच की जा रही है. यह डब्ल्यूएचओ के मानक से अधिक है. इस दौरान केजीएमयू, एसजीपीजीआई, बीएचयू, सीडीआरआई की लैब के अलावा गोरखपुर, झांसी व मेरठ में जीन सिक्वेंसिंग टेस्ट शुरू करने के निर्देश दिए गए.
दूसरी लहर में सिर्फ दो डेल्टा प्लस के केस रहे. वहीं 90 फीसदी से ज्यादा डेल्टा वैरिएंट ही पाया गया. अब तीसरी लहर में 90 फीसदी ओमिक्रोन वैरिएंट पाया जा रहा है. 17 जनवरी को दैनिक संक्रमण दर 7.11 फीसदी, 19 जनवरी को सबसे अधिक 7.78 फीसदी थी, जो अब घटकर 0.05 फीसदी पर आ गई.
यह 21 जिले कोरोना मुक्त- राज्य के 23 जिले कोरोना वायरस से मुक्त हो गए थे. यह जिला श्रावस्ती, शामली, रामपुर, पीलीभीत, कौशांबी, कासगंज, कानपुर देहात, हाथरस, हापुड़, हमीरपुर, गाजीपुर, एटा, बहराइच, बरेली, बदायूं, अलीगढ़, मुजफ्फरनगर, बलरामपुर, चित्रकूट, फिरोजाबाद, प्रतापगढ़, शाहजहांपुर, सीतापुर हैं. लेकिन अब मुजफ्फरनगर व बरेली में फिर से एक-एक केस रिपोर्ट किया गया है. इसके चलते अब 21 जिले कोरोना मुक्त रह गए हैं.
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अब तक 359 ओमिक्रोन के मरीज- 17 दिसंबर को गाजियाबाद में दो मरीजों में ओमिक्रोन की पुष्टि हुई है. यह महाराष्ट्र से आये थे. वहीं 25 दिसंबर को रायबरेली की महिला में ओमिक्रोन वैरिएंट पाया गया. यह महिला अमेरिका से आई थी. 4 जनवरी को 23 मरीज मिले. अब तक कुल 526 सैम्पल की जीन सीक्वेंसिंग की गई. इसमें 359 ओमिक्रोन के मरीज पाए गए हैं.
470 से कम रह गए एक्टिव केस- प्रदेश में जनवरी महीने की शुरुआत में तीसरी लहर पीक पर थी. इस दौरान 1 लाख 16 हजार 366 एक्टिव केस थे. लेकिन अब सिर्फ 470 एक्टिव केस रह गए हैं. अस्पतालों में 551 ऑक्सीजन प्लांट शुरू हो गए हैं. इनके संचालन के लिए आईटीआई पास कर्मी तैनात किए गए हैं. वहीं 56 हजार से अधिक आईसोलेशन बेड, 18 हजार आईसीयू बेड, 6700 पीकू-नीकू बेड तैयार हो गए हैं. 30 हजार ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर अस्पतालों को दिए गए.
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