लखनऊः राजधानी लखनऊ को स्मार्ट सिटी बनाने के प्रयास में लखनऊ नगर निगम लगातार प्रयास में लगा हुआ है. इसके तहत राजधानी लखनऊ की ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने के भी प्रयास किया जा रहा है. इसी को ध्यान में रखते हुए लखनऊ नगर निगम ने अवैध पार्किंग पर खड़ी होने वाली गाड़ियों को उठाने का काम शुरू किया है और इसके साथ ही गाड़ियों के चालान की भी वसूली की जा रही है.
नगर निगम ने गाड़ियों को उठाने का ठेका अब ठेकेदार को दे दिया है. इसके बदले में ठेकेदार नगर निगम को प्रति केन एक निश्चित धनराशि भी देगा. गाड़ियों को उठाने में लगी क्रेन के संचालन पर आने वाला खर्च और ड्राइवर का वेतन भी ठेकेदार ही देगा. इस संबंध में नगर निगम प्रशासन की ओर से आदेश भी जारी कर दिया गया है.
आय से अधिक हो रहा था संचालन पर खर्च
अपर नगर आयुक्त अमित कुमार ने बताया कि लखनऊ नगर निगम की नौकरियों के संचालन में आय से अधिक का खर्च आ रहा था. इसी को ध्यान में रखते हुए निजी फर्म ट्रिनिटी सर्विसेज को ठेका दिया गया है. इसके बदले में ठेकेदार नगर निगम को प्रति केंद्र प्रतिमाह 50000 देगा. इसके अलावा ठेकेदार जो अपने आठ क्रेन चलाएगा, उसके बदले में 30000 प्रति महीना नगर निगम को देना पड़ेगा.
एक साल के लिए दिया गया है ठेका
अपर नगर आयुक्त अमित कुमार ने बताया कि यह ठेका एक साल के लिए दिया गया है. यदि किसी तरह की गड़बड़ी पाई जाती है तो या ठेका वापस ले लिया जाएगा. इसके साथ ही इसमें शर्ते भी रखी गई हैं. सुबह 9 बजे से रात 8 बजे तक ही गाड़ियां उठाई जाएंगी. इसके साथ ही चार पहिया वाहन का 1000 और दोपहिया का 300 नो पार्किंग शुल्क वसूला जाएगा. गाड़ी उठाने के दौरान गाड़ी में किसी तरह का नुकसान होने पर उसकी भरपाई ठेकेदार करेगा नगर निगम के बूथों से ही ट्रेनों का संचालन करना होगा इसके साथ ही ट्रेन संचालन का रूट चार्ट देना होगा.
बकाया न देने पर 66 दुकानें सील
नगर निगम ने गृह करके बड़े बकायेदारों के विरुद्ध अभियान चलाया हुआ है. इस अभियान के तहत आज बालागंज चौक बाजार कालीजी में कुसुम दीप कांप्लेक्स में बनाए गए 66 दुकानों को सील किया गया. इसके साथ ही 275875 राजस्व की वसूली भी की गई.
बताते चलें कि लखनऊ नगर निगम लखनऊ को स्मार्ट सिटी बनाने के प्रयास में लगा है इसके तहत लखनऊ नगर निगम लगातार नए प्रयोग भी कर रहा है जिससे लखनऊ की जनता को समस्याओं का सामना न करना पड़े.