लखनऊ: हरदोई जिला जेल में बंद अकील अहमद को पेशी के दौरान कॉल के लिए मोबाइल उपलब्ध कराने वाले सिपाही को पुलिस अधीक्षक हरदोई ने सस्पेंड कर विभागीय जांच शुरू कर दी है. हरदोई जिला जेल में बंद शकील अहमद बीते 5 मार्च को पेशी पर लखनऊ कचहरी आया था. पेशी के दौरान अकील ने मूल रूप से रायबरेली के निवासी व प्रापर्टी डीलर शरजील रहमान को फोन कर कचहरी बुला रहा था.
उसके मना करने पर अकील ने उसे जान से मारने की धमकी दी थी. इस पर शरजील रहमान ने ठाकुरगंज थाने में तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की थी. पहले तो पुलिस तहरीर मिलने की बात से इनकार करती रही, फिर तहरीर सोशल मीडिया पर वायरल होने के मीडिया ने इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाया. उसके बाद रविवार सुबह ठाकुरगंज पुलिस ने अकील के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर विवेचना शुरू की. उधर, पुलिस अधीक्षक हरदोई ने पूरे मामले को संज्ञान में लेते हुए पेशी के दौरान अकील की सुरक्षा में तैनात सिपाही को सस्पेंड कर दिया. सूत्रों की मानें तो अकील को कॉल के लिए मोबाइल फोन उपलब्ध कराया गया था.
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इस आरोप में जेल में बंद है अकील
16 अक्टूबर 2013 को श्रवण साहू के बेटे आयुष की अकील ने साथी संग मिलकर हत्या कर दी थी. इस मामले की पैरवी श्रवण कर रहे थे. जमानत पर छूटे अकील ने 10 जनवरी 2017 को पारा पुलिस, क्राइम ब्रांच संग साजिश के तहत चार युवकों को गिरफ्तार कराया. इसके बाद 12 जनवरी को अकील ने श्रवण साहू के खिलाफ सुपारी देकर हत्या करवाने की रिपोर्ट दर्ज करवाई. 14 जनवरी को पूरे मामले का खुलासा हुआ. इसके बाद फर्जी गुडवर्क करने वाली स्वॉट टीम के तत्कालीन प्रभारी सहित तीन पुलिसकर्मी बर्खास्त कर कर दिए गए. इस बीच एक फरवरी को अकील ने शूटर भेजकर श्रवण की हत्या करा दी थी.