लखनऊ: अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए संसद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्रस्ट निर्माण का एलान किया तो कांग्रेस ने इसका स्वागत करते हुए सवाल भी खड़े किए. कांग्रेस का कहना है कि जब दिल्ली में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होने में 2 दिन बचे हैं और नागरिकता संशोधन कानून को लेकर भी देश में आंदोलन हो रहे हैं, तो प्रधानमंत्री का यह फैसला लोगों को सोचने के लिए मजबूर करता है कि कोर्ट के फैसले का इस्तेमाल भी राजनीति में क्यों किया जा रहा है.
कांग्रेस ने किया ट्रस्ट निर्माण के एलान का स्वागत
कांग्रेस के प्रशासन प्रभारी सिद्धार्थ प्रिय श्रीवास्तव ने कहा कि कांग्रेस हमेशा से कहती आई है कि अयोध्या मामले का समाधान अदालत के फैसले से होना चाहिए. कांग्रेस ने अदालत का हमेशा सम्मान किया. अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण का अदालती फैसला कांग्रेस स्वीकार करती है और यह मानती है कि उसी के अनुसार अयोध्या में श्रीराम मंदिर का निर्माण होना चाहिए.
उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में कहा था कि 3 महीने के अंदर ट्रस्ट का गठन कर मंदिर निर्माण की प्रक्रिया शुरू की जाए, तो सवाल यह उठता है कि आखिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी ने आखिरी क्षणों का इंतजार क्यों किया. यह फैसला तत्काल क्यों नहीं किया गया. उन्होंने कहा कि दिल्ली विधानसभा चुनाव है, 2 दिन बाद मतदान होना है. नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी को लेकर देश में आंदोलन का माहौल है, ऐसे में भारतीय जनता पार्टी ने इस फैसले के जरिए भी राजनीति का दांव खेला है.