लखनऊ: बाहुबली मुख्तार अंसारी को संरक्षण देने का आरोप कांग्रेस पर लग रहा है. भाजपा विधायक अलका राय ने कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी को इस संबंध में पत्र भी लिखा हैं. अलका राय ने आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी मुख्तार अंसारी को संरक्षण दे रही है. इसलिए पंजाब सरकार मुख्तार को उत्तर प्रदेश की पुलिस को नहीं सौंप रही है. इस आरोप को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने बेबुनियाद बताया है.
कांग्रेस नेता ने मुख्तार पर लगाए ये आरोप
कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता अजय राय ने बाहुबली मुख्तार अंसारी से अपनी जान को खतरा बताया है. उन्होंने प्रदेश सरकार से सुरक्षा की गुहार लगाई है. दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी विधायक अलका राय लगातार प्रियंका गांधी से मांग कर रही हैं कि पंजाब सरकार मुख्तार अंसारी को यूपी सरकार को सौंप दे. पंजाब में कांग्रेस की सरकार है और कांग्रेस मुख्तार को बचाया जा रहा है. उनका कहना है कि प्रियंका गांधी को कई बार इस मामले में पत्र लिख चुकी हैं, लेकिन कोई जवाब नहीं आया. अब कांग्रेस पार्टी के नेता ने ही मुख्तार अंसारी से अपनी जान को खतरा बताया है. इसलिए पंजाब सरकार को जल्द से जल्द मुख्तार को उत्तर प्रदेश सरकार को सौंप देना चाहिए.
टॉप ट्रेंड हुआ था 'मुख्तार पर मेहरबान प्रियंका'
बता दें कि ट्विटर पर 'मुख्तार पर मेहरबान प्रियंका' टॉप ट्रेंड हुआ था. यह चर्चा का विषय बन गया था. लोगों को लगने लगा है कि कांग्रेस मुख्तार अंसारी को संरक्षण दे रही है. इसलिए वह पंजाब में पूरी तरह सुरक्षित हैं. जानकार मानते हैं कि कांग्रेस पार्टी उत्तर प्रदेश में मुस्लिम वोट बैंक साधने के प्रयास में ही मुख्तार पर हाथ रखे हुए है.
लिखेंगे सरकार को पत्र, मांगेंगे सुरक्षा
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि पार्टी के वरिष्ठ नेता ने अपनी जान को खतरा बताया है. यह गंभीर विषय है. इसे लेकर उत्तर प्रदेश सरकार के साथ ही डीजीपी को पत्र लिखकर तत्काल सुरक्षा की मांग की जाएगी. सरकार को उन्हें सुरक्षा की गारंटी देनी होगी.
न्यायालय ने दिए थे आदेशः लल्लू
उन्होंने कहा कि यदि मुख्तार अंसारी को संरक्षण देने का आरोप कांग्रेस पर है, तो यह बिल्कुल सही नहीं है. किसी व्यक्ति या सरकार का कोई अधिकार नहीं होता है कि वह अपने यहां किसी को रख सके. यह न्यायालय का मामला है. न्यायालय ने ही उन्हें पंजाब जेल में बंद करने के आदेश दिए हैं. भाजपा आरोप-प्रत्यारोप करने में मास्टर है, लेकिन इस तरह के आरोप नहीं लगाने चाहिए.