लखनऊ: विधानसभा शुक्रवार को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हो गयी. मानसून सत्र के दौरान शुक्रवार को सुबह प्रश्नकाल शांतिपूर्ण ढंग से चला. शून्य काल के दौरान विपक्षी दलों और सत्ता पक्ष के बीच नोकझोंक हुई तो कांग्रेस ने सदन का बहिर्गमन किया. इसके बाद राष्ट्रगान के साथ ही संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने विधानसभा स्थगित किये जाने के प्रस्ताव के साथ सदन अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया.
तीन साल में नौ गांव बाढ़ में खत्म हो गए
विधानसभा में कांग्रेस के नेता अजय कुमार लल्लू ने कहा कि नियम 56 के तहत हमने बाढ़ प्रबंधन को लेकर जानना चाहा कि सरकार ने क्या व्यवस्था की है. प्रदेश में बाढ़ प्रबंधन के लिए 5000 करोड़ रुपये की जरूरत है, जबकि सरकार ने बाढ़ की सुरक्षा के लिए सिर्फ 500 करोड़ की ही व्यवस्था सरकार ने दिया है. तीन साल में नौ गांव बाढ़ में खत्म हो गए. सरकार ने पूरे मामले पर गोलमोल जवाब दिया, जिसके बाद कांग्रेस ने सदन से वाकआउट किया.
सरकार ने कृषि मजदूरों की संख्या नहीं बताई
इसके अलावा उन्होंने कहा कि सदन में यह जानना चाहा कि कृषि मजदूरों की संख्या क्या है, लेकिन सरकार के पास इसकी कोई जानकारी नहीं है. यह दुर्भाग्यपूर्ण है, सरकार के पास जो डाटा है, वह 2001 में एक करोड़ के आसपास बताई गई है. इसके अलावा गोंडा में गायक द्वारा जो ना बोले जय श्रीराम उसको भेजो कब्रिस्तान, इस मामले पर उन्होंने कहा कि यूपी में यह सरकार जब से आई है अपराधियों का चारागाह बन गया है.
कानून-व्यवस्था के सवाल पर योगी सरकार फेल
कानून-व्यवस्था के सवाल पर पूरी तरह से योगी सरकार फेल है. उन्होंने कहा कि आपसी सौहार्द बिगाड़ने का काम सरकार कर रही है. इसके अलावा सदन में गोवंश के सवाल पर सरकार ने जवाब देते हुए कहा कि टीन शेड और 30 रुपये चारे की व्यवस्था सरकार ने गायों के लिए किया है, जबकि बुंदेलखंड हो या पश्चिम उत्तर प्रदेश या फिर पूर्व हो छुट्टा पशु किसानों की फसल को बर्बाद कर रहे हैं. सरकार इनकी कोई उचित प्रबंध नहीं कर रही है.