लखनऊ: अरुणाचल प्रदेश के पूर्व राज्यपाल माता प्रसाद का देर रात लखनऊ के पीजीआई में निधन हो गया. पूर्व राज्यपाल के निधन से उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी में शोक की लहर है. पूर्व राज्यपाल के निधन पर कांग्रेस के पदाधिकारियों का कहना है कि माता प्रसाद के निधन से भारतीय राजनीति में अपूरणीय क्षति हुई है, जिसकी भरपाई करना संभव नहीं है.
ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता बृजेन्द्र कुमार सिंह का कहना है कि माता प्रसाद भारतीय राजनीति में सादगी व सज्जनता की प्रतिमूर्ति थे. भारतीय राजनीति में ईमानदारी व सज्जनता की ऐसी मिसाल बहुत कम मिलती हैं.
2015 में सिटी बस पर खड़े होकर की थी यात्रा
कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता बृजेंद्र कुमार सिंह ने वर्ष 2015 के अपने पुराने संस्मरण को याद करते हुए बताया कि किस तरह से पूर्व राज्यपाल माता प्रसाद ने लखनऊ के इंदिरा नगर से हजरतगंज तक सिटी बस पर पर खड़े होकर यात्रा की थी. बस में बैठा कोई भी यात्री उन्हें जानता तक नहीं था. प्रवक्ता ने बताया कि बस बैठे लोगों से जब इस बारे में बताया गया तो पूर्व राज्यपाल को बैठने के लिए सीट मिली. कांग्रेस के प्रवक्ता का कहना है कि जिस तरह से पूर्व राज्यपाल जैसे बड़े पद पर होने के बावजूद माता प्रसाद ने बस पर यात्रा की थी, निश्चित रूप से भारतीय राजनीति में बिरले ही व्यक्ति ऐसा करते हैं.
3 बजे होगा अंतिम संस्कार
पूर्व राज्यपाल माता प्रसाद का अंतिम संस्कार लखनऊ के भैसा कुंड में 3 बजे किया जाएगा. इसके बाद शाम 4 बजे कांग्रेस मुख्यालय पर श्रद्धांजलि सभा का भी आयोजन किया गया है, जिसमें बड़ी संख्या में कांग्रेस के पदाधिकारी व कार्यकर्ता अपने नेता को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे.
कांग्रेस के लिए गौरव की बात
कांग्रेस प्रवक्ता बृजेंद्र कुमार सिंह का कहना है कि जिस तरह से पूर्व राज्यपाल माता प्रसाद विधानसभा सदस्य, मंत्री व राज्यपाल जैसे पदों को सुशोभित किए यह कांग्रेस के लिए गौरव की बात है. इनका निधन कांग्रेस के लिए अपूरणीय क्षति है, जिसकी भरपाई संभव नहीं है.
बताते चलें कि पूर्व राज्यपाल माता प्रसाद 1957 से लेकर 1977 तक जौनपुर के शाहगंज विधानसभा से विधायक रहे और 1980 से लेकर 1992 तक विधान परिषद सदस्य रहे. 1988 में उत्तर प्रदेश सरकार में राजस्व मंत्री भी बनाए गए. पीवी नरसिम्हा राव सरकार में 31 अक्टूबर 1993 में माता प्रसाद को अरुणाचल प्रदेश का राज्यपाल बनाया और 31 मई 1999 तक माता प्रसाद अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल भी रहे. 96 वर्ष की आयु में मंगलवार देर रात पूर्व राज्यपाल माता प्रसाद ने अंतिम सांस ली.