लखनऊ: कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव व यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी ने बीजेपी सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि वे पूर्व आईजी एसआर दारापुरी के घर जा रहीं थीं, लेकिन पुलिस ने उन्हें जाने से रोक दिया. उन्होंने अभद्रता करने का आरोप भी लगाया. प्रियंका गांधी का कहना है कि पूर्व आईजी को जेल में सिर्फ इसलिए डाल दिया गया क्योंकि उन्होंने एक पोस्ट किया था. वह जाने पहचाने शक्स हैं और वह दलितों के लिए खूब काम करते हैं. प्रियंका गांधी ने कहा कि वे पूर्व आईजी के घर जा रही थीं, लेकिन उन्हें जानबूझकर जाने नहीं दिया गया. उन्होंने कहा कि जैसे वह कोई गलत काम करने जा रही थीं.
आईजी के घर जाने से रोका गया
प्रियंका गांधी ने कहा कि मैं नहीं चाह रही थी कि वहां भीड़ इकट्ठा हो, इस नाते मैंने नहीं बताया कि मैं उनके घर जा रही हूं. मैं नहीं चाहती थी कि उनकी फैमिली में डिस्टरबेंस हो, इस नाते हम चार लोग साथ में जा रहे थे, लेकिन पुलिस ने मुझे रोक दिया. मुझे नहीं पता कि मेरी आवाज क्यों दबाई जा रही है.
विपक्ष को मिलकर आवाज उठानी चाहिए
विपक्ष के कमजोर होने के सवाल पर प्रियंका गांधी ने कहा कि अपनी जगह सब मजबूत हैं. उनको अपनी-अपनी मजबूती दिखानी चाहिए और सरकार के खिलाफ खड़ा होना चाहिए. उन्होंने कहा कि हम सरकार के खिलाफ संघर्ष करते रहेंगे और जहां-जहां भी अन्याय होगा वहां खड़े होकर संघर्ष करेंगे. महिला हो, जवान हो या किसान हो सब के प्रति हमारी संवेदनाएं हैं और हम लगातार संघर्ष करते रहेंगे.
आगे की रणनीति नहीं बताएंगे
आगे की रणनीति के सवाल पर प्रियंका गांधी ने कहा कि हम काम कर रहे हैं और हम नहीं बताएंगे. भविष्य में उत्तर प्रदेश में चुनाव लड़ने के सवाल पर कहा कि हम मजबूती से चुनाव लड़ेंगे और अकेले लड़ना पड़ा तो अकेले ही चुनाव लड़ेंगे.
लखनऊ में ही करेंगी रात्रि विश्राम
प्रियंका गांधी शनिवार की रात राजधानी में रुकेंगी. रविवार को भी वे कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर सकती हैं. सूत्रों का दावा है कि वह लखनऊ हिंसा में प्रभावित और पीड़ित लोगों से मुलाकात भी रविवार को कर सकती हैं.
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