लखनऊ: प्रवासी श्रमिकों की सहायता के लिए कांग्रेस की ओर से 1000 बसों के प्रस्ताव पर सरकार की ओर से उठाए गए सवालों के जवाब में कांग्रेस के पूर्व प्रवक्ता ने एक वीडियो जारी किया है. इस वीडियो के माध्यम से कांग्रेस नेता अंशु अवस्थी ने कहा कि जब लॉकडाउन की वजह से मोटर गाड़ियों की फिटनेस 30 जून तक मान्य है तो योगी सरकार बेवजह का अड़ंगा क्यों लगा रही है.
उन्होंने कहा कि एक तरफ योगी सरकार यह मान रही है की 879 बस ठीक हालत में हैं और उनके संचालन में कोई बाधा नहीं है तो उन्हें क्यों नहीं स्वीकार किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी की ओर से भेजी गई बसें देश के राष्ट्र निर्माता व हमारे उत्तर प्रदेश के श्रमिक भाइयों तक न पहुंच पाए, इसके लिए सरकार अड़ंगे लगा रही है. योगी सरकार राजनीतिक द्वेष की वजह से अपने ही नियम कानूनों को धता बता रहे हैं और अपने ही आदेशों की मिट्टी पलीत कर रहे हैं.
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अंशु अवस्थी ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार के परिवहन विभाग प्रमुख सचिव राजेश सिंह ने 2 अप्रैल 2020 को एक आदेश किया है कि मोटर अधिनियम 1988 के अंतर्गत पंजीकृत वाहन, ड्राइविंग लाइसेंस व अन्य परिवहन संबंधी दस्तावेज जिनकी वैधता 2 फरवरी 2020 से 30 जून 2020 के मध्य में समाप्त हो रही है, उनकी वैधता को 30 जून 2020 तक विस्तार देते हुए वैध माना जाएगा.
उन्होंने कहा कि इसके बावजूद बीजेपी सरकार बसों को श्रमिकों तक नही पहुंचने दे रही. यह बीजेपी सरकार का अमानवीय चेहरा है. अगर वह पैदल चलकर जान गवा रहे मजदूरों और कामगारों को लेकर संवेदनशील होती तो जिन बसों को वैध पाया है, उनको ही तत्काल हमारे श्रमिक भाइयों तक जाने दें. जिससे श्रमिक भाई सुरक्षित बसों से यात्रा करके अपने घर पहुंच सकें. अपने परिवारजनों से मिल सकें और इस कोरोना की लड़ाई में अपने जीवन को सुरक्षित कर सकें.