लखनऊः अयोध्या राम मंदिर (ram mandir) प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण सोनिया गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने ठुकरा दिया है. इसे लेकर कांग्रेस नेताओं का विरोध सामने आने लगा है. कई कांग्रेस नेताओं ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण फैसला कहा है. कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने इस फैसले को लेकर एक्स पर लिखा है.
-
श्री राम मंदिर के “निमंत्रण”
— Acharya Pramod (@AcharyaPramodk) January 10, 2024 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
को ठुकराना बेहद दुर्भाग्य पूर्ण और आत्मघाती फ़ैसला है,आज दिल टूट गया. @INCIndia
">श्री राम मंदिर के “निमंत्रण”
— Acharya Pramod (@AcharyaPramodk) January 10, 2024
को ठुकराना बेहद दुर्भाग्य पूर्ण और आत्मघाती फ़ैसला है,आज दिल टूट गया. @INCIndiaश्री राम मंदिर के “निमंत्रण”
— Acharya Pramod (@AcharyaPramodk) January 10, 2024
को ठुकराना बेहद दुर्भाग्य पूर्ण और आत्मघाती फ़ैसला है,आज दिल टूट गया. @INCIndia
आचार्य प्रमोद कृष्णण ने लिखा है कि श्री राम मंदिर के “निमंत्रण” को ठुकराना बेहद दुर्भाग्य पूर्ण और आत्मघाती फ़ैसला है,आज दिल टूट गया. एक्स पर उनकी यह पोस्ट सामने आने के बाद कई अन्य कांग्रेस नेता भी सामने आने लगे हैं.
गुजरात के कांग्रेस विधायक अर्जुन मोढवाडिया ने भी इसे लेकर एक्स पर पोस्ट की है. इसमें लिखा है कि "भगवान श्री राम आराध्य देव हैं। यह देशवासियों की आस्था और विश्वास का विषय है। कांग्रेस को ऐसे राजनीतिक निर्णय लेने से दूर रहना चाहिए था।". उनकी पोस्ट के बाद इस तरह के सवाल उठने लगे हैं कि क्या राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को लेकरा कांग्रेस को अपने ही नेताओं के और विरोध का सामना करना पड़ सकता है. आखिर आलाकमान के इस फैसले को लेकर कांग्रेस नेता क्यों आपत्ति जता रहे हैं. हालांकि कांग्रेस ने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को भाजपा और आरएसएस का इवेंट करार देते हुए शामिल होने से मना कर दिया है.