लखनऊः यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह पिछले कई दिनों से एसजीपीजीआई में भर्ती हैं. उनकी हालत बेहद गंभीर बनी हुई है. वो 52 दिन से वेंटीलेटर पर मौत से जंग लड़ रहे हैं. फेफड़े के साथ-साथ उनकी किडनी भी काम नहीं कर रही है. ऐसे में डायलिसिस करनी पड़ रही है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसको लेकर अपना गोरखपुर का दौरा रद्द कर दिया है. उन्होंने पूर्व सीएम कल्याण सिंह का अस्पताल में जाकर हालचाल लिया है. पिछले दो दिनों से पूर्व राज्यपाल कल्याण सिंह की हालत नाजुक बताई जा रही है. अस्पताल में सीएम योगी के साथ इस मौके पर वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना, कल्याण के बेटे राजवीर सिंह समेत परिवार के अन्य लोग भी उपस्थिग रहे.
यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह कई दिनों से बीमार चल रहे हैं. पहले उनमें चैतन्यता की समस्या रही थी. हालत बिगड़ने पर 21 जून को लोहिया संस्थान से एसजीपीजीआई शिफ्ट किया गया था. पूर्व मुख्यमंत्री में लोहिया संस्थान की शुरुआती जांच में अनियंत्रित ब्लड शुगर, एक्यूट बैक्टीरियल इंफेक्शन की शिकायत पाई गई थी. इस समस्या में शरीर में सूजन और संक्रमण मिला. मस्तिष्क के सीटी स्कैन में खून का थक्का पाया गया. इसके अलावा माइनर हार्ट अटैक के भी लक्षण पाय गए थे. इसके बाद 18 जुलाई को पीजीआई में क्रिटिकल केयर मेडिसिन विभाग के आईसीयू में भर्ती किया गया गया है. 20 जुलाई को फेफड़ा सही से काम न करने पर वेंटीलेटर पर शिफ्ट किया गया. वह 52 दिन से वेंटीलेटर पर हैं. उनके किडनी फंक्शन में बीच में कुछ सुधार आया. लेकिन एक बार फिर उनकी हालत बेहद नाजुक हो गई है. निदेशक डॉक्टर आर के धीमान के मुताबिक उनकी हालत गम्भीर है. संक्रमण के चलते उनके फेफड़े का फंक्शन बिगड़ गया है. किडनी काम न करने से डायलिसिस की जा रही है. ब्लड प्रेशर भी गड़बड़ाया हुआ है.
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इलाज के लिए चिकित्सा विशेषज्ञों की टीम बुलाई गई है. जिसमें प्रोफेसर बनानी पोद्दार, प्रोफेसर अफजल अहमद, प्रोफेसर नारायण प्रसाद, प्रोफेसर सुनील प्रधान, प्रोफेसर वीके पालीवाल, प्रोफेसर ईश भाटिया, प्रोफेसर अमित केसरी हैं. निगरानी में संस्थान के निदेशक हेपेटोलॉजिस्ट प्रोफेसर आरके धीमान, सीएमएस एवं इंडो सर्जन प्रोफेसर गौरव अग्रवाल भी लगे हैं.