लखनऊ: राजधानी में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिये आयोजित की गई ट्रेनिंग नीड असेसमेंट और संदर्भ साहित्य विकास की दो दिवसीय राज्य स्तरीय कार्यशाला का समापन हो गया. इस कार्यशाला में अपर मुख्य सचिव, पंचायतीराज मनोज कुमार ने कहा कि पंचायती राज विभाग में नए सदस्य कार्यकाल के महत्व को समझें. उन्होंने कहा कि नए सदस्य प्राथमिकता पर कार्यालय का सक्रिय संचालन करें. उन्होंने कहा कि पंचायत स्तर के कार्य बेहतर तरीके से हो और पंचायतें सशक्त हों, इसके लिए पंचायत का नेतृत्व भी सशक्त होना आवश्यक है.
चुने हुए पंचायत प्रतिनिधियों का जून में होगा प्रशिक्षण शिविर
पंचायत प्रतिनिधियों की प्रशिक्षण कार्यशाला को लेकर अपर मुख्य सचिव, पंचायतीराज मनोज कुमार ने कहा कि पंचायतों को सशक्त बनाने के लिए पंचायत प्रतिनिधियों की क्षमता का विकास बेहतर तरीके से हो, इसके लिए ग्राम प्रधान, क्षेत्र पंचायत प्रमुख व जिला पंचायत अध्यक्षों का दो दिवसीय राज्य स्तरीय कार्यक्रम जून प्रथम सप्ताह से प्रारंभ होगा. इसके लिए उनकी प्रशिक्षण आवश्यकताओं और उनके लिए सरल साहित्य विकसित किए जाने के उद्देश्य से 05 अप्रैल को दो दिवसीय राज्य स्तरीय कार्यशाला का आयोजन लोहिया भवन में किया गया.
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यूपी के वरिष्ठ अधिकारी रहे मौजूद
दो दिवसीय राज्य स्तरीय कार्यशाला में संयुक्त निदेशक, पंचायती राज विभाग और प्रभारी मिर्जापुर मंडल, मुख्यालय के समस्त नोडल अधिकारी, जिला पंचायत अनुश्रवण कोष्ठक, प्रमुख डेवलेपमेंट पार्टनर्स, यूनीसेफ, सेव द चिल्ड्रन, वाॅटर एड, टाटा ट्रस्ट, सहभागी शिक्षण केन्द्र, ए.एफ.सी., एच.सी.एल., वल्र्ड विज़न, इंडिया डेवलेपमेंट सेंटर, मुख्य विकास अधिकारी जनपद- बाराबंकी व लखनऊ के साथ विषय विशेषज्ञों के रूप में राज्य सलाहकार, पंचायती राज निदेशालय उपस्थित रहे.