लखनऊ : राजधानी में फर्जी लाइट मोटर ट्रेनिंग स्कूलों की शिकायत परिवहन विभाग को मिली है. इसके बाद सभी मोटर ट्रेनिंग स्कूलों को नोटिस जारी कर अपने वाहन जांच के लिए आरटीओ कार्यालय लाने के निर्देश दिए गए. इसके बाद सोमवार को कई लाइट मोटर ट्रेनिंग स्कूलों के संचालक अपने वाहनों के साथ आरटीओ कार्यालय पहुंचे. परिवहन विभाग के अधिकारियों ने इन वाहनों की जांच की और जो भी खामियां मिलीं, उन्हें शीघ्र दूर करने के निर्देश दिए. जिन स्कूलों के संचालक अपने वाहन लेकर आरटीओ कार्यालय नहीं पहुंचे उनको नोटिस जारी किया गया.
खामियों के बाद भी संचालित हो रहे वाहन : शहर के मोटर ट्रेनिंग स्कूलों के बारे में परिवहन विभाग के अधिकारियों को शिकायत मिली थी कि स्कूल संचालकों के जितने वाहन आरटीओ कार्यालय में रजिस्टर्ड हैं, उससे ज्यादा संचालित करा रहे हैं. इतना ही नहीं विभागीय निर्देश के बाद भी वाहनों की तकनीकी खामियां दूर नहीं कर रहे हैं. सोमवार को ऐसे लाइट मोटर ट्रेनिंग स्कूल संचालकों को वाहन लेकर आरटीओ कार्यालय तलब किया गया था. शहर में कुल 35 लाइट मोटर ट्रेनिंग स्कूल हैं, जिनमें से 19 मोटर ट्रेनिंग स्कूलों के संचालक अपने वाहन लेकर आरटीओ कार्यालय पहुंचे थे. इस दौरान उनके वाहनों में फायर एक्सटिंग्विशर, वाहन का कलर, वाहन की लाइट, हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट, वाहन में ब्रेक की स्थिति और अन्य तकनीकी जांच की गई. इनमें ज्यादातर वाहनों में फेड कलर की दिक्कत थी. कुछ वाहनों में लाइट की समस्या थी और कुछ में हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट नहीं लगी थी. इन सभी स्कूल संचालकों को सभी खामियां दुरुस्त कर तीन दिन के अंदर फिर से आरटीओ कार्यालय में वाहन चेक कराने के लिए बुलाया गया है.
क्या कहते हैं अधिकारी : आरटीओ कार्यालय में तैनात आरआई संजीत कुमार ने बताया कि 'लाइट मोटर ट्रेनिंग स्कूल संचालकों को वाहनों की जांच के लिए आरटीओ कार्यालय बुलाया गया था. कई स्कूल संचालक अपने वाहन लेकर आरटीओ कार्यालय आए थे. उनके वाहनों की जांच की गई. जिन वाहनों में खामियां मिली हैं, उन्हें दूर करने के निर्देश दिए गए हैं. तीन दिन में वापस वाहनों की जांच के लिए बुलाया गया है, जो मोटर ट्रेनिंग स्कूल संचालक आज अपने वाहन लेकर आरटीओ कार्यालय नहीं आए, उनको नोटिस जारी किया गया है.'
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