लखनऊः बुंदेलखंड और गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे के निर्माण कार्य का रास्ता साफ हो गया है. अवस्थापना और औद्योगिक विकास आयुक्त की अध्यक्षता में गठित निविदा मूल्यांकन समिति ने प्रदेश सरकार की इन दो अति महत्वाकांक्षी परियोजनाओं के निर्माण के लिए 25 अक्टूबर को निविदाएं खोली गई हैं. बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे के 6 पैकेजों के लिए कुल 17 निविदा कर्ताओं की वित्तीय निविदाएं खोली गई. इसमें न्यूनतम निविदा ऐस्टीमेटेड कॉस्ट से लगभग 12.72 फीसदी कम आई है. इससे यूपीडा को लगभग 1131.74 करोड़ रुपये की बचत होगी.
बुंदेलखंड क्षेत्र का सीधा राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से होगा जुड़ाव
बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे के लिए लगभग 93% से अधिक भूमि अधिग्रहित की जा चुकी है. अब निर्माण के लिए कंपनियों का चयन हो चुका है. यूपीडा का दावा है कि शीघ्र ही इसका निर्माण कार्य भी प्रारंभ हो जाएगा. बुंदेलखंड एक्सप्रेस चित्रकूट में भरत कूप के पास से प्रारंभ होकर बांदा, हमीरपुर, जालौन, औरैया होते हुए आगरा, लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर एनएच-91(इटावा बेवर मार्ग) से लगभग 16 किलोमीटर पूर्व कुद रैल गांव के पास समाप्त होगा. एक्सप्रेस-वे चार लेन चौड़ा (छह लेन विस्तारणीय) होगा. इस एक्सप्रेस-वे की लंबाई 296.07 किलोमीटर है. इसके बन जाने से बुंदेलखंड क्षेत्र सीधा राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से जुड़ जाएगा.
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गोरखपुर और आजमगढ़ का होगा जुड़ाव
वहीं प्रदेश के गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे के निर्माण के लिए दो कंपनियों ऐपको इंफ्राटेक प्राइवेट लिमिटेड, दिलीप बिल्डकॉन लिमिटेड का चयन किया गया है. गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे, गोरखपुर बाईपास (एनएच-27) ग्राम जैतपुर के पास से प्रारंभ होकर गोरखपुर, संतकबीरनगर, अंबेडकरनगर होते हुए आजमगढ़ में पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे को जोड़ेगा. यह एक्सप्रेस-वे चार लेन चौड़ा (छह लेन विस्तारणीय) होगा. इस एक्सप्रेस-वे की लंबाई 91.35 किलोमीटर और आरओडब्ल्यू की चौड़ाई 110 मीटर है.
अपर मुख्य सचिव और यूपीडा के सीईओ अवनीश कुमार अवस्थी ने खुशी जाहिर करते हुए बताया है कि यदि कुल बचत की बात करें तो दोनों परियोजनाओं पर कुल 1229.18 करोड़ रुपये की बचत होगी. दरअसल गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे के लिए 12 अर्ह निविदा कर्ताओं की वित्तीय निविदाएं खोली गई. इसमें न्यूनतम निविदा ऐस्टीमेटेड कॉस्ट से लगभग 3.12% कम आई है. इससे यूपीडा को लगभग 97.44 करोड़ रुपये की बचत होगी.