लखनऊ: योगी सरकार ने ड्रोन की महत्ता को देखते हुए प्रदेश में ड्रोन मैन्युफैक्चरिंग यूनिट लगाने की तैयारी कर ली है. सीएम योगी के निर्देश के बाद गृह विभाग ने ड्रोन निर्माण और प्रयोग को लेकर समिति का गठन भी कर दिया है. गृह विभाग ने यह समिति ड्रोन के रेगुलेशन, मैन्यूफैक्चरिंग और मैनपावर प्रशिक्षण को लेकर गठित की है. जो 15 दिनों में प्रशिक्षण कार्यक्रम और नियमावली तैयार करेगी.
इस समिति में राजस्व, उद्योग, प्राविधिक शिक्षा, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्दम विभाग, नागरिक उड्डयन, पुलिस महानिदेशक, डीजी लॉजिस्टिक, आईआईटी कानपुर व टेक्निकल यूनिवर्सिटी के सदस्य होंगे. ये समिति अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी की अध्यक्षता में कार्य करेगी.
दरअसल, बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने टीम-9 के साथ बैठक की थी. जिसमें आपदा राहत, कृषि, कानून-व्यवस्था सहित कई क्षेत्रों में ड्रोन की महत्ता को देखते हुए राज्य में मैन्युफैक्चरिंग यूनिट की स्थापना के लिए ठोस कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए थे. सीएम योगी ने कहा था कि आईटीआई संस्थानों में ड्रोन तकनीक के प्रशिक्षण के लिए सर्टिफिकेट व डिप्लोमा पाठ्यक्रम शुरू किए जाएं. जरुरत पड़ने पर आईआईटी कानपुर से सहयोग लिया जाए. इसके साथ ही प्रदेश में बेहतर कानून-व्यवस्था के लिए ड्रोन के प्रयोग को लेकर राज्यस्तर पर स्पष्ट नियमावली तैयार की जाए.
कानून व्यवस्था और ट्रैफिक व्यवस्था के लिये लखनऊ पॉलिस कर रही है ड्रोन का इस्तेमाल-
सीएम योगी आदित्यनाथ ड्रोन की जरूरत को समझते हुए राज्य में ड्रोन के निर्माण और उसके प्रयोग पर जोर दे रहे हैं. वहीं लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट ने ड्रोन के जरिए पूरे शहर में नजर रखना शुरू कर दिया है. लखनऊ पुलिस रोजाना भीड़भाड़ वाले इलाकों में ट्रैफिक व्यवस्था का जायजा ड्रोन से ले रही है. वहीं कुछ निर्धारित ब्लैक पॉइंट्स पर भी ड्रोन से नजर रखी जा रही है.
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युवा ड्रोन एक्सपर्ट मिलिंद राज-
लखनऊ में ड्रोन मैन्युफैक्चरिंग के क्षेत्र में अपनी एक अलग पहचान बना चुके मिलिंद राज कहते है कि यह बहुत अच्छी पहल है. ड्रोन यूनिट बनने से मेक इन इंडिया को बढ़ावा मिलेगा. इससे इंजेनीरिंग क्षेत्र के युवाओं को नौकरियां भी मिलेंगी. साथ ही ड्रोन निर्माण इकाई बनने से ड्रोन को बनाने में जो पार्ट्स यूपी के बाहर से मंगवाने पड़ते थे. जिससे पार्ट्स महंगे मिलते थे. इस पहल के बाद ड्रोन पार्ट्स हमें आसानी से कम दामों में मिल सकेंगे.
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