लखनऊः विकास दुबे एनकाउंटर मामले की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित की न्यायिक आयोग की टीम ने जांच शुरू कर दी है. न्यायिक आयोग की टीम ने गुरुवार एनकाउंटर से जुड़े पांच लोगों के बयान दर्ज कराए हैं. बताते चलें कि गैंगस्टर विकास दुबे एनकाउंटर मामले की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट ने न्यायिक आयोग की तीन सदस्यों की टीम गठित की थी.
इस आयोग ने गैंगस्टर विकास दुबे एनकाउंटर की जांच में तेज कर दी है. न्यायिक आयोग की टीम में पूर्व जस्टिस बीएस चौहान को इसका अध्यक्ष बनाया गया है. इसके अलावा टीम में हाई कोर्ट के पूर्व जज जस्टिस शशिकांत अग्रवाल व यूपी पुलिस के पूर्व डीजीपी केएल गुप्ता को सदस्य बनाया गया है. सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित की गई यह टीम घटना के हर पहलुओं की बारीकी से जांच करेगी.
नवगठित न्यायिक आयोग की इस टीम को 2 महीने के अंदर जांच रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट में दाखिल करनी है. न्यायिक आयोग की टीम का राजधानी लखनऊ के रमाबाई अंबेडकर रैली स्थल के पास अस्थाई कार्यालय बनाया गया है.
आपको बता दें कि बीते 2 जुलाई को पुलिस कुख्यात बदमाश विकास दुबे के घर दबिश देने गई थी. यहां पुलिस और बदमाशों की हुई मुठभेड़ के दौरान सीओ समेत आठ पुलिसकर्मियों की मौत हो गई थी.
कानपुर के चौबेपुर थाना क्षेत्र स्थित बिकरू गांव में हुए जघन्य हत्याकांड में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए विकास दुबे समेत कई साथियों को एनकाउंटर में ढेर कर दिया था. वहीं विकास दुबे के एनकाउंटर को लेकर पुलिसिया कार्यशैली पर कई सवाल उठाए गए, जिसको लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की गई. सुप्रीम कोर्ट ने विकास दुबे एनकाउंटर मामले से जुड़ी याचिका पर सुनवाई करते हुए 3 सदस्यों के न्यायिक आयोग का गठन किया था.
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