लखनऊ: कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विभिन्न योजनाओं में पेंशन पाने वाले 86,71,781 लाभार्थियों को 871.4693 करोड़ रुपये की बड़ी सौगात दी है. उन्होंने एक क्लिक के जरिए प्रदेश के पेंशनरों को दो माह की एकमुश्त पेंशन उनके बैंक खाते में भेजी है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को यहां अपने सरकारी आवास पांच कालिदास मार्ग से वृद्धावस्था, निराश्रित महिला, दिव्यांग और कुष्ठावस्था पेंशन के लाभार्थियों की धनराशि डीबीटी के माध्यम से भेजी. इस दौरान उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए वाराणसी, प्रयागराज, गोरखपुर, मुरादाबाद सहित अन्य जनपदों के लाभार्थियों से बातचीत भी की.
हम गरीब और असहायों को अकेला नहीं छोड़ सकते
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पूरी दुनिया वैश्विक महामारी कोरोना के खिलाफ लड़ाई लड़ रही है. भारत भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में इस लड़ाई में 21 दिन के लॉकडाउन का सहभागी बन रहा है. हम गरीबों, वंचितों और निराश्रितों को अनाथ या असहाय नहीं छोड़ सकते हैं. सरकार संबल के रूप में उनके साथ खड़ी है. प्रदेश की प्रशासनिक मशीनरी ने गरीबों के लिए चल रही विभिन्न योजनाओं को समयबद्ध ढंग से आगे बढ़ाया है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विभिन्न योजनाओं के माध्यम से पेंशन पाने वाले कुल 86,71,781 लाभार्थियों के खाते में 871.4693 करोड़ रुपये की धनराशि भेज दी गई है. आम लोगों के लिए यह राशि बहुत छोटी हो सकती है, लेकिन एक गरीब के लिए यह क्या महत्व रखती यह उसके चेहरे की चमक को देखकर पता चलता है. उन्होंने कहा कि दिव्यांगजन पेंशन की राशि पहले 300 रुपये थी, जिसे हमारी सरकार ने 500 रुपये कर दिया है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमारी सरकार 27 लाख 15 हजार से अधिक निर्माण श्रमिकों के खाते में एक हजार रुपये भेजने का कार्य किया है, जिसमें निरंतर वृद्धि हो रही है. मनरेगा श्रमिक, अंत्योदय कार्ड धारक एवं लॉकडाउन के कारण रोजगार प्रभावित होने वाले अन्य लोगों को नि:शुल्क राशन पहुंचाने की कार्यवाही एक अप्रैल से चालू है. इसके अलावा 88 लाख मनरेगा श्रमिकों को 611 करोड़ रुपये की मजदूरी सफलतापूर्वक उनके खाते में भेजी जा चुकी है.
इतने लाभार्थियों को मिली पेंशन
- इस कार्यक्रम के तहत वृद्धावस्था पेंशन के 49,87,054 लाभार्थियों को 496.71 करोड़ रुपये.
- निराश्रित महिला पेंशन योजना में 26,06,213 लाभार्थियों को 260.63 करोड़ रुपये.
- दिव्यांग पेंशन योजना के 10,67,789 लाभार्थियों को 106.78 करोड़ रुपये.
- कुष्ठावस्था पेंशन के तहत 10,728 लाभार्थियों को 5.36 करोड़ रुपये भेजे गए.