लखनऊः मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधान परिषद में बजट पर चर्चा करते हुए कहा कि संवैधानिक संस्थाओं का हम सबको आदर करना चाहिए. इन संस्थाओं पर बैठे व्यक्ति के प्रति श्रद्धा और सम्मान का भाव होना चाहिए. हमारे अंदर यह भावना होना चाहिए कि यह देश हमारा है और हम पूरी इमानदारी और प्रतिबद्धता के साथ देश की सेवा करेंगे. इसी भाव के साथ संवैधानिक संस्थाओं पर बैठे व्यक्तियों को अपने दायित्वों का निर्वहन करना चाहिए.
बजट की सभी ने की सराहना
सीएम योगी ने कहा कि हमने वित्तीय वर्ष 2021-22 का बजट पेश किया और सर्व समावेशी बजट बनाने को लेकर प्रयास किया. कोरोना संकट काल के बाद देश के सबसे बड़े राज्य ने अपना बजट पेश करना सभी उद्योग संगठनों ने प्रशंसा की गई है. इस बजट को बेहतर बजट बताया गया है.
बजट में सबके विकास के लिए काम किया
सीएम ने आगे कहा कि हम जब 2017 में इस प्रदेश में आए थे तो हमने किसानों की कर्ज माफी करने का काम किया था. हमारा वह बजट किसानों को समर्पित था. इसके बाद 2018-19 का रिजल्ट हमने प्रदेश के अंदर इंफ्रास्ट्रक्चर और औद्योगिक विकास को गति देने को लेकर समर्पित किया था. इन्वेस्टर सम्मिट आयोजित किया गया और बड़े पैमाने पर बड़े औद्योगिक घरानों की तरफ से एमओयू किए गए थे. इसके बाद 2019 के बजट को हम लोगों ने महिलाओं के सशक्तिकरण पर जोर देते हुए पेश किया था. बीच के बजट को हमने युवाओं को समर्पित करते हुए पेश किया था. अब 2021-22 बजट को सर्व समावेशी विकास को ध्यान पर केंद्रित करते हुए गया था.
हमने प्रदेश में विकास को नई रफ्तार दी
सीएम ने कहा कि इज ऑफ डूइंग बिजनेस में उत्तर प्रदेश काफी पीछे था. व्यवसाय में सुगमता में उत्तर प्रदेश की रैंकिंग 14वें स्थान पर थी. निवेश अनुकूल वातावरण के लक्षण प्रदेश में नहीं थे. कानून व्यवस्था को लेकर निवेश को लेकर अनुकूल वातावरण नहीं था. आज की तारीख में देशभर में ईज आफ डूइंग बिजनेस की रैंकिंग दूसरे नंबर पर है.
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पहले दंगों की बाढ़ आती थी, उसे प्रभावी ढंग से नियंत्रित किया
सीएम ने कहा कि देश में निवेशकों के लिए अनुकूल माहौल उत्तर प्रदेश में बेहतर है. इसको लेकर हमने सुधार किया गया. सिंगल विंडो सिस्टम शुरू किया गया और निवेशकों को कानून व्यवस्था सहित तमाम मोर्चों पर बेहतर काम किया गया. बेहतर कानून व्यवस्था दी गई. पहले दंगों की बाढ़ आती थी. उसे प्रभावी ढंग से नियंत्रित किया गया.
सरकार ने नहीं किया कोई भेदभाव
सीएम ने विधान परिषद में कहा कि सरकार के स्तर पर कोई नहीं कह सकता कि हमने कोई भेदभाव करके विकास किया है. आज प्रदेश के अंदर मुस्लिम आबादी 17 से 19 फीसद है और योजनाओं से मुस्लिम समाज को 30 से 35 फीसद लाभ प्राप्त हो रहा है. प्रधानमंत्री आवास योजना से लेकर तमाम योजनाओं में सौभाग्य योजना, जन धन योजना, उज्जवला योजना में मुस्लिम समाज के लोगों को भरपूर लाभ दिया जा रहा है.
2016 में प्रति व्यक्ति आय 45 हजार अब 95 हजार
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 2016 में प्रति व्यक्ति आय 45,000 थी. इस समय 95,000 प्रति व्यक्ति विकास दर है. पहले के बजट में भारत की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बना रहे थे. समय 66,000 करोड़ रुपये सिर्फ शिक्षकों के वेतन पर ही खर्च हो रहे हैं. साढ़े पांच लाख करोड़ रुपये को देखेंगे तो इसमें वेतन और भत्ते में सरकारी कर्मचारियों में ही खर्च हो जा रहे हैं.
हमने पेपरलेस बजट पेश किया
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश ऐसा पहला प्रदेश है कि हमने टेक्नोलॉजी से बजट को जोड़ते हुए पेपर लेस बजट पेश किया है. बजट से पहले हमने कैबिनेट की बैठक को भी ई-कैबिनेट से जोड़ने का काम किया है. सीएम योगी ने कहा कि राजस्व प्राप्ति के क्षेत्र में भी हमने बेहतर काम किया है और रिकॉर्ड राजस्व वसूली की गई है.
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आज का समाजवाद बहरूपियों का ब्रांड
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जब बजट पर बोल रहे थे. तब समाजवादी पार्टी के सदस्य राजपाल कश्यप संजय लाठर सहित कई अन्य सदस्यों ने हंगामा भी किया. सीएम ने कहा कि अगर आप लोग पढ़ते लिखते तो आज बजट के बारे में चर्चा नहीं करते. सीएम योगी ने कहा कि पुराने जो समाजवादी लोग थे. वह बहुत अच्छे हुआ करते थे. समाजवादी आंदोलन का देश का सशक्त आंदोलन था. सीएम योगी ने कहा कि आज का समाजवाद जिसके लिए कभी-कभी बात सच होती है. यह बहुरूपिया ब्रांड बन चुका है. पारिवारिक समाजवाद हो चुका है.
सपा पर साधा निशाना
सीएम ने कहा कि समाजवाद का यह स्तर है कि शिवपाल के पास जाएंगे तो प्रगतिशील समाजवाद हो जाता है. यह समाजवादी के नए रूप हैं. शिक्षा और समाजवाद अब दो नदी के अलग-अलग छोर हो चुके हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समाजवादियों को बहरूपियों का ब्रांड बताए जाने के बाद सदन में समाजवादी पार्टी के सदस्यों ने जोरदार हंगामा किया.