लखनऊ: वृंदावन का कुंभ भी दिव्य एवं भव्य होगा. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सरकारी आवास पर वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रयागराज माघ मेले और मथुरा वृंदावन में कुंभ की तैयारियों को लेकर समीक्षा की. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि प्रयागराज में 2019 में हुए कुंभ के भव्य आयोजन की तरह ही मथुरा के वृंदावन में कुंभ की व्यवस्था की जाए. अगले साल हरिद्वार में प्रस्तावित कुम्भ से पहले वृन्दावन में 16 फरवरी से 28 मार्च तक संत समागम (कुम्भ) होगा.
तैयारियों की सीएम कार्यालय को देनी होगी रिपोर्ट
सीएम योगी ने कहा कि यह आयोजन महत्वपूर्ण है. इन्हें प्रयागराज कुम्भ-2019 की भांति स्वच्छता, सुरक्षा एवं सुव्यवस्था के उच्च मापदण्डों के आधार पर आयोजित किया जाए. कोविड प्रोटोकाॅल का पालन हर हाल में सुनिश्चित हो. प्रयागराज में गंगा जी तथा वृन्दावन में यमुना जी की निर्मलता व अविरलता सुनिश्चित की जाए. इन दोनों आयोजनों के सम्बन्ध में सभी सम्बन्धित विभाग अपने स्तर पर निरन्तर समीक्षा करेंगे. मुख्य सचिव स्तर पर साप्ताहिक समीक्षा की जाएगी. सीएम योगी ने आयोजनों की तैयारियों और प्रगति से जुड़ी पूरी रिपोर्ट मुख्यमंत्री कार्यालय को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं.
संतों और कल्पवासियों के लिए हो सभी व्यवस्थाएं
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि माघ मेले तथा संत समागम में आने वाले श्रद्धालुओं विशेषकर कल्पवासियों व साधु-संतों के लिए उच्च स्तर की व्यवस्था की जाए. सभी सुविधाएं उपलब्ध करायी जाएं. साथ ही, सुरक्षा के सभी प्रबन्ध किए जाएं. उन्होंने कहा कि मेला क्षेत्र में सुविधाएं मुहैया कराए जाने तथा सुरक्षा के सम्बन्ध में कोई समझौता न किया जाए. माघ मेले तथा संत समागम में आने वाले सभी श्रद्धालुओं के लिए स्वच्छता, सैनिटाइजेशन का पूरा प्रबन्ध हो.
मेला क्षेत्र में प्रवेश से पहले कोविड जांच
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 संक्रमण से बचाव के लिए हर संभव कदम उठाए जाएं. माघ मेले तथा संत समागम में आने वाले श्रद्धालुओं का मेला क्षेत्र में प्रवेश से पहले आरटीपीसीआर माध्यम से कोविड की जांच कराई जाए. इसके बाद मेला क्षेत्र में रैपिड एन्टीजन टेस्ट के माध्यम से श्रद्धालुओं की जांच की जाए. उन्होंने कहा कि श्रद्धालु यह टेस्ट मेला क्षेत्र में आने से पूर्व करवा लें, ताकि उन्हें रिपोर्ट मिल जाए और वे इसके आधार पर प्रवेश पा सकें. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य की सुरक्षा के प्रति अत्यन्त संवेदनशील है. उन्होंने प्रयागराज मेला प्राधिकरण तथा उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद को विशेष रूप से कोविड-19 को ध्यान में रखकर तैयारी किए जाने के निर्देश दिए.
पॉजिटिव मिलने पर तत्काल अस्पताल भेजा जाए
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में कोविड-19 संक्रमण नियंत्रण की स्थिति में है, किन्तु इसका खतरा अभी टला नहीं है. सतर्कता, बचाव व सावधानी आवश्यक है. यदि कोई व्यक्ति मेला क्षेत्र में कोविड पाॅजिटिव पाया जाता है, तो उसे तुरन्त अस्पताल भेजा जाए. इस सम्बन्ध में शीघ्रता से कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग की जाए. सम्बन्धित व्यक्तियों के क्वारंटीन की व्यवस्था हो. बेहतर सर्विलांस और नियंत्रण के लिए प्रयागराज के इंटीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कण्ट्रोल सेंटर की भांति वृन्दावन में भी कमाण्ड एण्ड कण्ट्रोल सेंटर स्थापित किया जाए. इन सेंटरों का प्रभावी संचालन करते हुए हर गतिविधि पर नजर रखी जाए.
मेले में हो भीड़ पर नियंत्रण
अनावश्यक और गैर जरूरी भीड़ को नियंत्रित किया जाए. शौचालय आदि का प्रबन्ध पर्याप्त व्यवस्था में रहे. मोबाइल शौचालय भी उपलब्ध रहें. शुद्ध पेयजल, खाद्यान्न की उपलब्धता, चिकित्सालयों और एम्बुलेंस की व्यवस्थाएं सुनिश्चित रहें. पेयजल और विद्युत आपूर्ति निरन्तर बनाए रखी जाए.
गंगा यमुना की निर्मलता पर ध्यान दें अधिकारी
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रयागराज में गंगा जी का एक जनवरी से 16 फरवरी तथा वृन्दावन में यमुना जी का एक फरवरी से 28 मार्च तक निर्मल और अविरल प्रवाह हर हाल में सुनिश्चित किया जाए. इनमें गिरने वाले अवशेष सीवर व नालों को टैप किए जाने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि सभी सम्बन्धित कार्य निर्धारित समयावधि के भीतर पूरे कर लिए जाएं. उन्होंने कहा कि आयोजनों की अवधि के दौरान किसी भी प्रकार की गंदगी न रहे. सैनिटाइजेशन व स्वच्छता, आयोजन क्षेत्रों के अलावा सम्पूर्ण शहर में भी दिखाई दे.
महत्वपूर्ण स्थलों का सौंदर्यीकरण एवं साफ सफाई के निर्देश
प्रयागराज और मथुरा में पर्यटन और ऐतिहासिकता को ध्यान में रखकर महत्वपूर्ण स्थलों का सौन्दर्यीकरण एवं साफ-सफाई के प्रबन्ध किए जाएं. इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने प्रयागराज व मथुरा के जिलाधिकारियों सहित सभी सम्बन्धित विभागों से आयोजनों के सम्बन्ध में तैयारियों की जानकारी ली और दिशा-निर्देश दिए. बैठक के दौरान माघ मेला 2020-21 तथा संत समागम-2021 के सम्बन्ध में एक प्रस्तुतीकरण भी किया गया, जिसमें आयोजनों के सम्बन्ध में कराए जाने वाले कार्यों के विषय में विस्तार से जानकारी दी गई है. इस बैठक में मुख्य सचिव आरके तिवारी समेत अन्य महत्वपूर्ण अधिकारी मौजूद रहे.