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लखनऊ: जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षकों के पास शासन से गया फोन, अधिकारियों में हड़कंप

प्रदेश में प्रशासन चुस्त रहे और ठीक ढंग से कार्य करे इसी के तहत जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों को फोन कर उनकी उपस्थिति का सरकार जायजा ले रही है.

सीएम योगी आदित्यनाथ.
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Published : Aug 16, 2019, 6:07 PM IST

लखनऊः मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर जिलाधिकारी और पुलिस कप्तानों के पास एक बार फिर शासन से फोन किया गया. जिसमें जिला अधिकारी कार्यालयों से पूछा गया कि मुख्यमंत्री के निर्देश के अनुसार जिलाधिकारी और पुलिस कप्तान अपने-अपने कार्यालयों में उपस्थित रहकर जन समस्याएं सुन रहे हैं या नहीं. पिछले दिनों भी सीएम के निर्देश पर शासन से फोन गया था जिसमें 10 डीएम और छह पुलिस अधीक्षक कार्यालयों में उपस्थित नहीं थे.

जानकारी देते डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा.

एक्शन में हैं सीएम-

  • सीएम ने जिलाधिकारियों, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक और मंडल आयुक्तों के साथ बैठक की थी.
  • जिसमें जमीनी स्तर पर कानून व्यवस्था से लेकर सरकार की योजनाओं की समीक्षा की गई.
  • सीएम ने निर्देश दिए थे कि सभी जिलाधिकारी और पुलिस कप्तान सुबह एक से दो घंटे हर दिन बैठक कर जन सुनवाई करें.
  • आदेश दिए थे कि लोगों की समस्याओं का निस्तारण जिला स्तर पर ही कर दिया जाए.
  • अगर कोई पीड़ित मुख्यालय आता है तो संबंधित विभाग के अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
  • बावजूद इसके तमाम जिलाधिकारी और पुलिस कप्तान सीएम के निर्देश को नजरअंदाज कर रहे हैं.

शासन चलाना मुख्यमंत्री का अधिकार है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चुस्त प्रशासन और जवाबदेह प्रशासन के लिए समय-समय पर आदेश जारी करते हैं. उसे क्रियान्वित कराते हैं. यह पहली सरकार है जो जवाबदेह सरकार है. इन्वेस्टर समिट के माध्यम से डेढ़ लाख करोड़ का निवेश आ रहा है. लोग उत्तर प्रदेश सरकार पर विश्वास व्यक्त कर रहे हैं कि यह पहली सरकार है जो प्रत्येक क्षेत्र में काम कर रही है.

-डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा


लखनऊः मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर जिलाधिकारी और पुलिस कप्तानों के पास एक बार फिर शासन से फोन किया गया. जिसमें जिला अधिकारी कार्यालयों से पूछा गया कि मुख्यमंत्री के निर्देश के अनुसार जिलाधिकारी और पुलिस कप्तान अपने-अपने कार्यालयों में उपस्थित रहकर जन समस्याएं सुन रहे हैं या नहीं. पिछले दिनों भी सीएम के निर्देश पर शासन से फोन गया था जिसमें 10 डीएम और छह पुलिस अधीक्षक कार्यालयों में उपस्थित नहीं थे.

जानकारी देते डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा.

एक्शन में हैं सीएम-

  • सीएम ने जिलाधिकारियों, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक और मंडल आयुक्तों के साथ बैठक की थी.
  • जिसमें जमीनी स्तर पर कानून व्यवस्था से लेकर सरकार की योजनाओं की समीक्षा की गई.
  • सीएम ने निर्देश दिए थे कि सभी जिलाधिकारी और पुलिस कप्तान सुबह एक से दो घंटे हर दिन बैठक कर जन सुनवाई करें.
  • आदेश दिए थे कि लोगों की समस्याओं का निस्तारण जिला स्तर पर ही कर दिया जाए.
  • अगर कोई पीड़ित मुख्यालय आता है तो संबंधित विभाग के अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
  • बावजूद इसके तमाम जिलाधिकारी और पुलिस कप्तान सीएम के निर्देश को नजरअंदाज कर रहे हैं.

शासन चलाना मुख्यमंत्री का अधिकार है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चुस्त प्रशासन और जवाबदेह प्रशासन के लिए समय-समय पर आदेश जारी करते हैं. उसे क्रियान्वित कराते हैं. यह पहली सरकार है जो जवाबदेह सरकार है. इन्वेस्टर समिट के माध्यम से डेढ़ लाख करोड़ का निवेश आ रहा है. लोग उत्तर प्रदेश सरकार पर विश्वास व्यक्त कर रहे हैं कि यह पहली सरकार है जो प्रत्येक क्षेत्र में काम कर रही है.

-डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा


Intro:लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर जिलाधिकारी और पुलिस कप्तानों के पास आज एक बार फिर शासन से फोन किया गया। जिला अधिकारी कार्यालयों से पूछा गया कि मुख्यमंत्री के निर्देश के अनुसार जिलाधिकारी और पुलिस कप्तान अपने-अपने कार्यालयों में उपस्थित रहकर जन समस्याएं सुन रहे हैं या नहीं। पिछले दिनों भी सीएम के निर्देश पर शासन से फोन गया था जिसमें 10 डीएम और छह पुलिस अधीक्षक कार्यालयों में उपस्थित नहीं रहे। हालांकि आज किये गए फोन के उपरांत अनुपस्थित डीएम और कप्तानों की संख्या अभी तक आधिकारिक रूप से नहीं बताई गई है।


Body:मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिलाधिकारियों पुलिस अध्यक्ष को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक और मंडला आयुक्तों के अलावा शासन के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की थी। जमीनी स्तर पर कानून व्यवस्था से लेकर सरकार की योजनाओं की समीक्षा की गई। सीएम ने निर्देश दिए थे कि सभी जिलाधिकारी और पुलिस कप्तान सुबह एक से दो घंटे हर दिन बैठकर जन सुनवाई करें। लोगों की समस्याओं का निस्तारण जिला स्तर पर ही कर दिया जाए। कोई भी पीड़ित को मुख्यालय नहीं आना पड़े। अगर कोई पीड़ित मुख्यालय आता है तो संबंधित विभाग के अधिकारी के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। इसकी जवाबदेही जिलाधिकारी की भी होगी। बावजूद इसके तमाम जिलाधिकारी और पुलिस कप्तान सीएम के निर्देश को नजरअंदाज कर रहे हैं।

बाईट- डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने कहा कि शासन चलाना मुख्यमंत्री का अधिकार है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चुस्त प्रशासन और जवाबदेह प्रशासन के लिए समय-समय पर आदेश जारी करते हैं। उसे क्रियान्वित कराते हैं। यह पहली सरकार है जो जवाबदेह सरकार है। इन्वेस्टर समिट के माध्यम से डेढ़ लाख करोड़ का निवेश आ रहा है। लोग उत्तर प्रदेश सरकार पर विश्वास व्यक्त कर रहे हैं कि यह पहली सरकार है जो प्रत्येक क्षेत्र में काम कर रही है। बार-बार निर्देश जारी किए जाने के बाद भी जिलाधिकारी और पुलिस कप्तान क्यों नहीं सुधर रहे के सवाल पर उन्होंने कहा कि शासन व्यवस्था चलाना सतत प्रक्रिया है। एक आदेश कर दिया और पांच साल तक चलाते रहें, ऐसा नहीं होता है। समय-समय पर मॉनिटरिंग करना, आदेश जारी करना और उसे संचालित कराना मूल रूप से सरकार का काम है। जो किया जा रहा है।


Conclusion:
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