लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति में सोमवार को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए प्रदेश सरकार की अभिनव पहल अभ्युदय कोचिंग का शुभारंभ हुआ. अभ्युदय कोचिंग के लिए चयनित प्रदेश के विभिन्न जनपदों के अभ्यर्थियों से मुख्यमंत्री ने संवाद स्थापित किया. सभी अभ्यर्थियों के उज्जवल भविष्य की सीएम योगी ने कामना की है. सरकार की इस पहल का प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों ने प्रदेश से स्वागत किया है.
सर्वांगीण विकास का माध्यम है अभ्युदय
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस योजना की शुरुआत मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलित कर की. उन्होंने अभ्युदय कोचिंग में रजिस्ट्रेशन कराने वाले कई अभ्यर्थियों से वर्चुअल संवाद स्थापित किया. अभ्युदय कोचिंग के शुभारंभ के बाद मंगलवार से प्रदेश के सभी मंडलों में फिजिकल और वर्चुअल क्लास प्रारंभ हो जाएंगे. इस योजना के शुभारंभ पर मुख्यमंत्री ने कहा कि "जीवन के सर्वांगीण विकास का माध्यम ही अभ्युदय है इसलिए मात्र कोचिंग नहीं है. यह उत्तर प्रदेश के युवाओं के सर्वांगीण विकास का पथ प्रदर्शक बनेगा. इसी विश्वास के साथ इस योजना का शुभारंभ किया गया है."
मुख्यमंत्री ने आश्वस्त किया कि छात्रों के मन में जो भी हो वह परिणाम यह योजना जरूर देगी. वाराणसी से अभ्यर्थी कपिल दुबे ने मुख्यमंत्री से संवाद स्थापित किया. उन्होंने मुख्यमंत्री के मन में अभ्युदय कोचिंग का विचार कैसे आया यह सवाल किया, जिस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मैं आप और आपके सभी मित्रों को सबसे पहले बधाई देता हूं और आप सबका अभिनंदन करता हूं कि आप सब इस योजना से जुड़े रहे हैं. अभ्युदय यह शब्द सबके मन में कौतूहल पैदा करेगा. भारतीय मनीसा में धर्म को कर्तव्यों के साथ जोड़कर देखा गया है और जब हम धर्म की बात करते हैं तो हमारे दर्शन कहते हैं कि अभ्युदय श्रेष्ठ सिद्धि है. जीवन के सर्वांगीण विकास का माध्यम है अभ्युदय."
जिनके पास संसाधन नहीं उनके लिए वरदान है अभ्युदय
इस मौके पर उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री ने प्रदेश के सर्वांगीण विकास के लिए काम किया इसीलिए आज तक सरकारी नौकरियों में चार लाख भर्तियां हो चुकी हैं. कई लाख लोग रोजगार प्राप्त कर चुके हैं. कई कंपनियों में नियुक्तियां हो चुकी हैं. हमारे विद्यार्थी अच्छे पठन-पाठन की प्रक्रिया को निशुल्क प्राप्त कर सकें, इसलिए अभ्युदय योजना का जो संचालन किया जा रहा है वह बेहतरीन सर्वांगीण विकास का उदाहरण है. बदलते हुए उत्तर प्रदेश का उदाहरण है.
इन प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी
अभ्युदय कोचिंग योजना के तहत छात्रों को सिविल सर्विसेज,आईआईटी, जेईई, नेट समेत कॉम्पटीशन की सभी परीक्षाओं की फ्री में कोचिंग दी जा रही है. प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए उत्तर प्रदेश प्रशासन और प्रबन्धन अकादमी (उपाम) द्वारा क्वेश्चन बैंक, प्रश्नोत्तरी आदि भी तैयार कर वेबसाइट पर उपलब्ध कराई जाएगी.
किसानों को लेकर मुख्यमंत्री का जवाब
हिमांशु के सवालों का जवाब देते हुए सीएम योगी ने कहा कि आप अपनी तैयारी के लिए पंजीकरण कराने के साथ ही किसानों को लेकर भी चिंतित हैं, यह बहुत अच्छी बात है. देश की आजादी के बाद पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों के हित में सॉइल हेल्थ योजना की शुरुआत की. इसकी किसानों को सबसे ज्यादा जरूरत थी. उन्होंने कहा कि प्रदेश में 3.15 करोड़ से ज्यादा किसानों को इससे जुड़े सर्टिफिकेट दिया जा चुका है. वह भी जमीन के स्वास्थ्य को लेकर जागरूक हो रहे हैं."
मुख्यमंत्री ने कहा कि "हमारे देश में किसान मानसून पर निर्भर रहते हैं इसलिए फसल बीमा योजना का शुभारंभ किया गया. प्रधानमंत्री सिंचाई योजना के तहत किसानों तक पानी पहुंचाने के साथ ही ड्रिप इरिगेशन को भी आगे बढ़ाया गया है. इससे कम लागत में अधिक उत्पादन होगा. सरकार ने किसानों के हित में स्वामीनाथन रिपोर्ट लागू की, जिसमें किसानों की आय दोगुनी करने की सिफारिश भी की गई थी. इसी क्रम में तीन कृषि कानून बनाए गए हैं इससे किसानों की आय दोगुनी की जा सके. कुछ लोग किसानों को खुशहाल नहीं देखना चाहते इसलिए भ्रम फैला रहे हैं. हमारी सरकार किसान हितैषी सरकार है."
छात्र कर रहे योजना की सराहना
सोमवार से अभ्युदय कोचिंग योजना का शुभारंभ किया गया है. इसमें प्रतियोगी छात्र निशुल्क पढ़ाई कर सकेंगे. इसका फायदा यह होगा कि जो लोग पैसे के अभाव में पढ़ने से वंचित रह जाते थे उन्हें अच्छी शिक्षा मिल सकेगी. सरकार की इस योजना की प्रतियोगी छात्रों ने भी सराहना की है.
सीएम ने दी बसंत पंचमी, और माघ मेले की शुभकामनाएं
सीएम योगी ने बसंत पंचमी के पावन पर्व पर प्रदेशवासियों और माघ मेले में पधारे श्रद्धालुओं को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी हैं. बधाई संदेश देते हुए उन्होंने कहा कि बसंत पंचमी विद्या, बुद्धि, ज्ञान, कला, और संगीत की देवी मां सरस्वती के प्राकट्य का दिन है. इस पर्व पर देवी सरस्वती का विधिपूर्वक पूजन किया जाता है. धर्म-अध्यात्म, सभ्यता-संस्कृति, ज्ञान-विज्ञान, कला-साहित्य सहित विभिन्न क्षेत्रों में चिन्तन और साधना से मानव ने जो स्थान हासिल किया है, उसके लिए ईश्वर के प्रति आभार व्यक्त करने का आयोजन है सरस्वती पूजा. मुख्यमंत्री ने कहा कि "हमारी परंपरा में पर्व एवं त्योहार हर्षोल्लास एवं राष्ट्रीयता को सुदृढ़ करने के प्रेरणास्पद अवसर हैं. बसंत पंचमी का पर्व हमारी संस्कृति के गौरव एवं समृद्धि का प्रतीक है. बसन्तोत्सव प्रकृति के उल्लास का पर्व है. पूरे देश में बसंत पंचमी और सरस्वती पूजा का पर्व श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया जाता है."