लखनऊ : यूपी में धान खरीद की प्रक्रिया को तेज करने एवं किसानों को फसल का तुरंत भुगतान करने के लिए सीएम योगी ने निर्देश जारी किए हैं. योगी सरकार इस बार धान खरीद में नया रिकार्ड बनाने की तैयारी कर रही है. सीएम योगी ने अधिकारियों के साथ हुई बैठक के दौरान यह निर्देश दिया है.
धान क्रय केंन्द्रों पर किसानों को समस्या न हो, इसके लिए भी निर्देश दिए गए हैं. क्रय केंन्द्रों पर किसानों को रही समस्याओं की जिम्मेदारी संबंधित जिलाधिकारियों को सौंपी गई है. इसके अलावा कृषि उत्पादन आयुक्त भी धान खरीद और भुगतान की प्रतिदिन समीक्षा करेंगे.
इस बार किसानों को जगह-जगह धान क्रय केन्द्र उपलब्ध हो सकें, इसलिए प्रदेश सरकार ने पिछली बार के मुकाबले 139 धान क्रय केंन्द्रों को बढ़ाने का फैसला किया है. प्रदेश के अभी 72 जिलों में 4,400 धान क्रय केंन्द्रों पर धान खरीद की जा रही है.
यूपी सरकार की मंशा किसानों को अधिक से अधिक लाभ पहुंचाने की है. बिचौलियों का प्रभाव खत्म करने के लिए सरकार ने कम्प्यूटरीकृत प्रणाली के तहत सीधे किसानों से पारदर्शी तरीके से धान खरीद का लाभ दे रही है. किसानों को इच्छानुसार किसी भी केन्द्र पर धान बेचने की सुविधा दी गई है.
किसानों को धान के मूल्य का भुगतान भी उनके खातों में 48 घंटों के अंदर किया जाएगा. शासन की तरफ से निर्देश दिए गए हैं कि धान क्रय केंन्द्रों का संबंधित जिलाधिकारी स्वयं निरीक्षण करें. जिससे धान क्रय केंन्द्रों पर खरीद के अलावा किसी भी तरीके की अव्यवस्था न हो.
शासन द्वारा निर्देश में कहा गया है कि धान खरीद केंन्द्रों पर तैनात नोडल अधिकारियों को भी एक्टिव करके उनसे प्रतिदिन रिपोर्ट ली जाए. जिससे शासन स्तर पर तैयारी और परिणामों की समीक्षा की जा सके.
गौरतलब है कि किसानों के हितों का ध्यान रखने वाली यूपी सरकार ने इस साल धान खरीद के लिए प्रदेश में 139 केन्द्र बढ़ाए हैं. प्रदेश में कुल 4,370 धान क्रय केन्द्र खोले गए हैं. जबकि पिछले साल इनकी संख्या 4,231 थी. प्रदेश के 72 जिलों के 4,400 धान क्रय केंन्द्रों पर तेजी से धान खरीदा जा रहा है.
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