लखनऊ: जेवर में बनने वाले अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के निर्माण का रास्ता अब साफ हो गया है. बुधवार को किसानों ने जेवर एयरपोर्ट के लिए दी गई 80 फीसद जमीन पर कब्जा देने का प्रमाण पत्र मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सौंपा है. मुख्यमंत्री आवास 5 कालिदास मार्ग पर आयोजित कार्यक्रम में सभी किसानों ने सीएम योगी को आवंटित जमीन का प्रमाण पत्र दिया. इसमें 8 गांवों के 70 किसान शामिल हुए. इन किसानों ने जेवर एयरपोर्ट के लिए अपनी जमीन सरकार को दी है.
इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विकास का कोई विकल्प नहीं हो सकता. आम नागरिकों के जीवन में खुशहाली लाने के लिए विकास जरूरी है. उन्होंने कहा कि यूपी के लोगों का भी विकास पर अधिकार है. द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान यूपी की 17 हवाई पट्टियां बेकार पड़ी थीं. उनका कोई हाल लेने वाला नहीं था. हमारी सरकार उन सभी हवाई पट्टियों का जीर्णोद्धार कर रही है. जल्द ही ये सभी हवाई पट्टियां संचालित होंगी. आज यूपी में सात हवाई अड्डों के माध्यम से हवाई कनेक्टिविटी शुरू हो गई है.
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सीएम योगी ने कहा कि पिछले ढाई वर्षों के दौरान पीएम के सपने को साकार करने के लिए कई बड़े कदम उठाए गए हैं. पीएम मोदी ने कहा था कि हवाई चप्पल पहनने वाले किसान भी हवाई यात्रा कर सकें. उन्होंने कहा कि 80% भूमि का अधिग्रहण हो गया है, जो कि यह पहली शर्त थी. इसके लिए सभी को धन्यवाद एवं शुभकामनाएं. 80 फीसद भूमि किसी भी प्रोजेक्ट के लिए जरूरी होती है. सीएम योगी ने कहा कि मैं नोएडा गया और वहां किसानों से बातचीत की, उनसे बात करना अच्छा लगा था. हमने विकास किया, लेकिन जेवर और उसके आसपास के क्षेत्र विकास के लिए तरसते थे.
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किसान देवेंद्र सिंह का कहना है कि मुख्यमंत्री ने किसानों की सारी समस्याओं को सुना और उन्होंने जेवर एयरपोर्ट बनाने के लिए तेजी दिखाई है. जेवर एयरपोर्ट बनने से हमारे क्षेत्र का विकास होगा. वहीं एक अन्य किसान योगजीत सिंह कहते हैं कि जेवर एयरपोर्ट भूमि अधिग्रहण में बहुत ही पारदर्शी व्यवस्था अपनाई गई. किसान इसलिए बहुत खुश हैं, क्योंकि आरटीजीएस के माध्यम से उनके बैंक खाते में सीधे उनकी धनराशि स्थानांतरित की गई. इसमें बिचौलिए नहीं आ सके हैं. इसकी जितनी भी सराहना की जाए कम है.
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गौतमबुद्धनगर के जिलाधिकारी बीएन सिंह ने कहा कि किसानों की ऐसी कोई मांग नहीं थी, जिसे मानने में कोई हर्ज हो. किसान केवल चाहते थे कि जो भी हो पारदर्शी तरीके से किया जाए. मुख्यमंत्री जब नोएडा गए थे, उस वक्त उन्होंने किसानों से मुलाकात की थी. उनकी समस्याएं सुनी थी और सारी मांगें पूरी करने के लिए भी कहा था. उन्होंने जिला प्रशासन को निर्देश दिया था कि किसानों को साथ लेकर ही इस परियोजना में आगे बढ़ा जाए. किसानों की सहमति के बगैर कोई भी कदम नहीं उठाया जाना चाहिए. मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद आरटीजीएस के माध्यम से किसानों के बैंक खाते में धनराशि स्थानांतरित की गई. किसान इससे खुश हैं. बची हुई भूमि भी जल्द ही अधिग्रहित कर ली जाएगी, जिससे जेवर एयरपोर्ट के निर्माण में तेजी लाई जा सके.