लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पराली जलाने पर होने वाली कार्रवाई को लेकर ट्वीट किया है. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि पराली जलाने से संबंधित कार्रवाई में किसानों के साथ कोई दुर्व्यवहार अथवा उत्पीड़न नहीं होना चाहिए. यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, बल्कि इससे होने वाले प्रदूषण के दुष्प्रभाव के संबंध में किसानों को निरंतर जागरूक किया जाए. अपने ट्वीट में मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि किसानों को जागरूक करने के लिए कृषि विभाग जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करे.
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प्रदेश के किसान बंधुओं के हित संरक्षण हेतु @UPGovt पूर्णतः प्रतिबद्ध है।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) November 6, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
पराली जलाने के दुष्प्रभावों तथा उसके बेहतर उपयोग हेतु कृषकों को जागरूक करने की आवश्यकता है।
पराली जलाने से संबंधित कार्यवाही में किसान भाइयों के साथ कोई दुर्व्यवहार/उत्पीड़न स्वीकार नहीं किया जाएगा।
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— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) November 6, 2020
पराली जलाने के दुष्प्रभावों तथा उसके बेहतर उपयोग हेतु कृषकों को जागरूक करने की आवश्यकता है।
पराली जलाने से संबंधित कार्यवाही में किसान भाइयों के साथ कोई दुर्व्यवहार/उत्पीड़न स्वीकार नहीं किया जाएगा।प्रदेश के किसान बंधुओं के हित संरक्षण हेतु @UPGovt पूर्णतः प्रतिबद्ध है।
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पराली जलाने के दुष्प्रभावों तथा उसके बेहतर उपयोग हेतु कृषकों को जागरूक करने की आवश्यकता है।
पराली जलाने से संबंधित कार्यवाही में किसान भाइयों के साथ कोई दुर्व्यवहार/उत्पीड़न स्वीकार नहीं किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने किसानों से भी पराली न जलाने की अपील की. उन्होंने कहा कि, प्रिय किसान भाइयों, आपका प्रकृति एवं पर्यावरण से अभिन्न सम्बन्ध है. पराली का जलना पर्यावरण एवं हम सबके लिए अत्यंत हानिकारक है. आप अन्नदाता हैं, आपका कार्य जीवन को सम्बल देना है. आइए, पराली न जलाने व पर्यावरण के अनुकूल माध्यमों से उसके उत्पादक उपयोग का प्रण लें.
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प्रिय किसान भाइयों,
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आपका प्रकृति एवं पर्यावरण से अभिन्न सम्बन्ध है। पराली का जलना पर्यावरण एवं हम सबके लिए अत्यंत हानिकारक है।
आप अन्नदाता हैं, आपका कार्य जीवन को सम्बल देना है।
आइए, पराली न जलाने व पर्यावरण के अनुकूल माध्यमों से उसके उत्पादक उपयोग का प्रण लें।
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आपका प्रकृति एवं पर्यावरण से अभिन्न सम्बन्ध है। पराली का जलना पर्यावरण एवं हम सबके लिए अत्यंत हानिकारक है।
आप अन्नदाता हैं, आपका कार्य जीवन को सम्बल देना है।
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आपका प्रकृति एवं पर्यावरण से अभिन्न सम्बन्ध है। पराली का जलना पर्यावरण एवं हम सबके लिए अत्यंत हानिकारक है।
आप अन्नदाता हैं, आपका कार्य जीवन को सम्बल देना है।
आइए, पराली न जलाने व पर्यावरण के अनुकूल माध्यमों से उसके उत्पादक उपयोग का प्रण लें।
पराली के अन्य उपयोग को बढ़ावा देगी सरकार
पराली को जलाने से रोकने के लिए राज्य सरकार इसके अन्य माध्यमों से उपयोग को बढ़ावा देगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि पराली के उपयोग के लिए नवीन प्रयोगों को बढ़ावा दिया जाए. उन्होंने पराली से बायोफ्यूल, बिजली तैयार किए जाने के संबंध में पूर्व स्वीकृत प्रोजेक्ट की समीक्षा करने के निर्देश भी दिए हैं. सीएम ने कहा कि पराली का उत्पादक उपयोग बढ़ाया जाए. इससे किसानों को पराली से धनराशि मिलेगी. पराली का बेहतर उपयोग किसानों की आय को दोगुना करने में मददगार सिद्ध होगा. वहीं दूसरी ओर इससे प्रदूषण को नियंत्रित करने में सहायता मिलेगी. मुख्यमंत्री ने बायोफ्यूल को प्रोत्साहित करने के लिए रुचि लेकर कार्य किए जाने की आवश्यकता पर बल दिया है.
किसानों का 72 घंटे में हो भुगतान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मूल्य समर्थन योजना के तहत किसानों से की जा रही धान खरीद से राज्य में बड़ी संख्या में किसान लाभान्वित हो रहे हैं. धान खरीद के कार्य को इसी प्रकार प्रभावी ढंग से जारी रखे जाने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि किसानों की उपज का भुगतान 72 घंटे में सुनिश्चित किया जाए.