लखनऊ: राजधानी के लोहिया संस्थान में कोरोना वायरस के मरीजों को बेहतर चिकित्सा एवं स्वास्थ सेवाएं प्रदान करने के लिए तमाम व्यवस्थाएं की गई हैं. इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश के सभी जिलों से लोहिया संस्थान में भी सैंपल कोरोना वायरस की जांच के लिए आते हैं. इस कड़ी में राजधानी के लोहिया संस्थान में कोरोना वायरस के इलाज के लिए भी आइसोलेशन वार्ड और लैब की व्यवस्थाएं पूरी की गई हैं.
इसके लिए लोहिया संस्थान के मातृ एवं शिशु रेफरल सेंटर को कोरोना अस्पताल बना भी दिया गया है. लोहिया संस्थान में कोरोना वायरस से निपटने के लिए टास्क फोर्स का गठन भी किया गया है. इस कड़ी में इन तमाम व्यवस्थाओं का जायजा लेने के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लोहिया संस्थान में तमाम व्यवस्थाओं का जायजा लेने के लिए पहुंचे.
उत्तर प्रदेश सरकार में चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना, लोहिया के निदेशक डॉ ए.के. त्रिपाठी उनके साथ मौजूद थे. इस दौरान उन्होंने इमरजेंसी और कोरोना वायरस के वार्ड जाकर निरीक्षण किया. उन्होंने इमरजेंसी और आइसोलेशन वार्ड में तैनात चिकित्सकों से आइसोलेशन वार्ड के बारे में जानकारी भी ली.
लोहिया संस्थान की अव्यस्था देखकर सीएम नाराज
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर नाराजगी जाहिर की. सीएम योगी ने बुधवार को टीम-11 के उच्चाधिकारियों के साथ बैठक के दौरान ही प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना और चिकित्सा मंत्री जय प्रताप सिंह, दोनों विभागों के प्रमुख सचिव डॉ. रजनीश दुबे और अमित मोहन प्रसाद को लखनऊ के चिकित्सा संस्थानों की इमरजेंसी सेवाओं का निरीक्षण करने के निर्देश दिए हैं.
उन्होंने राम मनोहर लोहिया अस्पताल के हालात का जिक्र करते हुए नाराजगी जताई. मीटिंग के बीच से ही इन्हें अन्य जगहों पर निरीक्षण के लिए जाने को कहा और सेवाओं को दुरुस्त करने की हिदायत दी. निश्चित तौर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लोहिया अस्पताल की सेवाएं दुरुस्त नहीं मिलीं.
उन्होंने कहा कि किसी भी सूरत में कोई कमी नजर नहीं आनी चाहिए. स्वास्थ्य सेवाएं एकदम दुरुस्त हों, जिससे मरीजों को इलाज कराने में कोई दिक्कत न आए.
अब तक प्रदेश में आ चुकीं 1337 ट्रेनें
अपर मुख्य सचिव गृह ने बताया कि अब तक प्रदेश में 1337 ट्रेनें आ चुकी हैं. दिल्ली से काफी मात्रा में ट्रेनें चलाई जा रही हैं, जो लोग भी दिल्ली से अपने घर पहुंचना चाहते हैं, वह जल्द से जल्द ट्रेन का सहारा ले सकते हैं. सिद्धार्थनगर में 26 मई तक सबसे अधिक एक लाख 47 हजार से अधिक लोग आ चुके हैं. मास्क नहीं पहनने पर कार्रवाई की जा रही है और अब तक लगभग 13 हजार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जा चुकी है.
प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ने दी जानकारी
प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में अबतक कोरोना के 6823 पॉजिटिव केस सामने आ चुके हैं. कोरोना संक्रमण से अभी तक 178 लोगों की मृत्यु हो चुकी है. इस समय 2790 एक्टिव केस हैं और 3855 लोगों को डिस्चार्ज किया जा चुका है. इस समय आइसोलेशन वार्ड में 2895 लोग रखे गए हैं, जिनका विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है. फैसिलिटी क्वारंटाइन में इस समय 9558 लोग रखे गए हैं, इनके सैंपल लेकर जांच की जा रही है.