हैदराबादः मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) के तीन नए कृषि कानूनों को वापस लेने के फैसले का स्वागत करते हुए इसे एताहिसक कदम बताया है.
सीएम योगी ने कहा कि एक बड़े तबके का मानना था कि इस प्रकार के कानून किसानों की आमदनी बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं. लेकिन इन सबके बावजूद किसान संगठन इसके विरोध में आए थे तो सरकार ने हर स्तर पर संवाद बनाने का प्रयास किया. ये हो सकता है कि हमारे स्तर पर कोई कमी रह गई हो, हम लोग उन लोगों को अपनी बात समझाने में कहीं न कहीं विफल रहे. जिसकी वजह से किसान संगठनों को आंदोलन के रास्ते पर आगे बढ़ना पड़ा था.
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सीएम योगी ने कहा कि लोकतंत्र का सम्मान करते हुए कृषि कानूनों को वापस लेने और एमएसपी को लेकर एक समिति के गठन करने का प्रदेश सरकार स्वागत करती है.
उल्लेखनीय है कि राष्ट्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरु पर्व और कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर तीन नए कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान किया. प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं आज देशवासियों से क्षमा मांगते हुए और देशवासियों से यह कहना चाहता हूं कि हमारी तपस्या में कोई कमी रह गई होगी. उन्होंने कहा कि कुछ किसान भाइयों को समझा नहीं पाए. आज गुरुनानक देव का पवित्र पर्व है. ये समय किसी को दोष देने का समय नहीं है. आज पूरे देश को यह बताने आया हूं कि तीन कृषि कानूनों का वापस लेने का फैसला किया है.
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