लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath in Lucknow) मंगलवार को गुरु नानक देव जी के प्रकाश उत्सव कार्यक्रम में शामिल हुए. यह समारोह डीएवी कॉलेज मैदान में आयोजित किया गया. इस अवसर पर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक, मंत्री बलदेव सिंह औलख सहित कई प्रमुख लोग उपस्थित रहे.
गुरु पर्व पर सीएम योगी ने कहा कि आज नानक देव जी का पावन प्रकाश (Guru Nanak Jayanti 2022) उत्सव है. देशभर के साथ दुनिया में जहां भी भारत वंशी निवास कर रहे हैं. वो पूरी श्रद्धा के साथ इस पर्व को मनाते हैं. मध्यकाल में जब अधर्मियों के आतंक से देश और धर्म संकट में था. उस समय मानवता खतरे में थी और बहन बेटियों की इज्जत सुरक्षित नहीं थी. उस कालखंड में मानवता के कल्याण के लिए जो प्रकाश पुंज प्रकट हुआ, जिन्होंने मानवता कल्याण के लिए अपने उपदेशों के माध्यम से अपने जनजागरण अभियान को चलाया. उन प्रकाश पुंज को हम गुरु नानकदेव जी के नाम से जानते हैं. सीएम योगी ने प्रकाश उत्सव के अवसर पर देशवासियों को बधाई दी.
सीएम ने बताया कि सिख गुरुओं (Guru Nanak Jayanti 2022 significance) का अपना एक गौरवशाली इतिहास है. देश और धर्म के लिए आत्म बलिदान देने की परंपरा रही है. वो आज भी नई प्रेरणा देती है और समाज को ऊर्जा देती है. आज व्यापक साधन है तब भी हमें एक दूसरी जगह जाने में समय लगता है. इसके बाद भी हमें कठिनाई होती है. लेकिन, जिस समय साधन नहीं थे, उस समय नानकदेव जी ने देश ही नहीं बल्कि देश के बाहर धार्मिक उपदेश देकर मानवता का कल्याण किया.
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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यहां तो हम बड़े उल्लास के साथ प्रकाश पर्व मना रहे हैं. लेकिन, क्या ये ननकाना साहिब में भी सम्भव हो पा रहा है. ये सोचने का विषय है. इतिहास (History of Guru Nanak Jayanti) केवल पढ़ने का विषय नहीं है, इतिहास एक मार्गदर्शक होता है. इससे हमको प्रेरणा मिलती है. अतीत की गलतियों से सबक सीखने की प्रेरणा भी देता है. आखिर गुरु नानक जी का ननकाना साहिब हमसे अलग क्यों है? वहां ये पर्व मनाने के लिए स्वतंत्रता क्यो नहीं है? इसको भी सोचना चाहिए, जो भी स्वार्थ से उठकर परमार्थ के लिए देश धर्म के लिए कार्य करेगा उसका नाम इसी तरह युगों-युगों तक स्मरण किया जाएगा. आज हमको यही प्रेरणा यहां से लेने की आवश्यकता है.