लखनऊ: राजधानी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार की सुबह कोरोना वायरस के संक्रमण के प्रसार को रोकने, बचाव, उपचार और राहत कार्य के लिए गठित टीम-11 कमेटी के प्रमुखों के साथ बैठक की. सीएम योगी ने सरकार द्वारा किये गए अब तक के कार्यों की समीक्षा भी की. इस बैठक में उन्होंने प्रदेश के छात्रों और श्रमिकों से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण निर्देश भी दिए. उन्होंने कहा कि हरियाणा के बाद अब मध्य प्रदेश में रह रहे यूपी के श्रमिकों को लाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी.
सरकार युद्धस्तर पर कर रही प्रयास
सीएम ने कहा कि राज्य सरकार वैश्विक महामारी कोविड-19 की आपदा से प्रदेशवासियों को बचाने के लिए युद्धस्तर पर प्रयास कर रही है. जनता के बेहतर स्वास्थ्य और सुरक्षित भविष्य के लिए अनेक कदम उठाए गए हैं. हरियाणा से करीब 12000 प्रवासी मजदूर उत्तर प्रदेश वापस लाए गए हैं, इन्हें क्वारंटाइन सेंटर में रखा गया है. कोटा से 11000 प्रतियोगी छात्र-छात्राओं को भी प्रदेश में वापस लाया गया, उनका स्वास्थ्य परीक्षण कर उनके घरों में होम क्वारंटाइन के लिए भेज दिया गया है.
10 हजार प्रतियोगी छात्रों के पहुंचाया जाएगा उनके घर
प्रयागराज से में रह रहे करीब 10 हजार प्रतियोगी छात्रों को उनके घर पहुंचाने की व्यवस्था प्रारंभ कर दी गई है. जल्द ही उन्हें उनके घरों तक पहुंचा दिया जाएगा. अब मध्य प्रदेश में मौजूद प्रदेश के प्रवासी मजदूरों को वापस लाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी. उन्होंने कहा कि हम प्रवासी मजदूर, प्रतियोगी छात्र और अन्य सभी को वापस उनके घर पहुंचा रहे हैं.
15 लाख रोजगार की व्यवस्था करेंगे
सरकार श्रमिकों को उनके घरों तक पहुंचाने का कार्य कर रही हैं और उनके लिए 15 लाख रोजगार के अवसर की व्यवस्था भी की जा रही हैं. कृषि उत्पादन आयुक्त की अध्यक्षता में गठित कमेटी इस दिशा में कार्य कर रही है. इस बैठक में मुख्यमंत्री के अलावा स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह, मुख्य सचिव आरके तिवारी, अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना अवनीश अवस्थी समेत अन्य महत्वपूर्ण अधिकारी मौजूद रहे.