लखनऊ: उत्तर प्रदेश में दूसरे राज्यों से श्रमिकों के आने का सिलसिला जारी है. सोमवार को भी 55 ट्रेनें आ रही हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने टीम-11 के प्रमुख अधिकारियों के साथ सोमवार को समीक्षा बैठक के दौरान प्रवासी श्रमिकों के आवागमन में कोई समस्या नही होने देने के निर्देश दिए हैं. इसके साथ ही श्रमिकों से भी उन्होंने अपील की है कि सभी लोग लॉकडाउन का पालन करें. सरकार उन्हें उनके घर तक जरूर पहुंचाएगी.
समीक्षा बैठक के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट तौर पर निर्देश दिया कि किसी भी कामगार श्रमिक को अंतर्राज्यीय, अंतर्जनपदीय आवागमन में समस्या नही होनी चाहिए. इस बात को अधिकारी सुनिश्चित करें. सभी के साथ सम्मानजनक व्यवहार किया जाए. पैदल और दुपहिया वाहन से कोई भी श्रमिक न चलें, जो जहां हैं वहीं से उनके गृह जनपद तक पहुंचाने की व्यवस्था की जाए. साथ ही उन्हें क्वारंटाइन सेंटर में ले जाकर उनके स्वास्थ्य परीक्षण, भोजन की व्यवस्था की जाए. वहीं जो स्वस्थ हैं उन्हें पर्याप्त खाद्यान्न देकर उनके घर तक होम क्वारंटाइन के लिए भेजा जाए.
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि हर श्रमिक के स्किल का डाटा बनाया जाए ताकि क्वारंटाइन अवधि पूरा होने के बाद उसके अनुरूप उन्हें रोजगार उपलब्ध कराया जा सके. साथ ही होम क्वारंटाइन के दौरान प्रत्येक श्रमिक को एक हजार रुपये का भरण-पोषण भत्ता देने की व्यवस्था की जाए.
बता दें कि सोमवार को 55 ट्रेनों से 75 हजार प्रवासी श्रमिक उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में पहुंच रहे हैं. अन्य संसाधनों से भी करीब 25 हजार लोग पहुंचेंगे. पिछले चार दिनों में 170 ट्रेनें उत्तर प्रदेश आई हैं, जिससे करीब सवा दो लाख श्रमिक अपने राज्य पहुंचे हैं. एक लाख से ज्यादा लोग अन्य साधनों से आए हैं. सभी को जांच के बाद होम क्वारंटाइन में खाद्यान्न देकर भेजा गया है.
इस बैठक में मुख्यमंत्री के अलावा चिकित्सा शिक्षा एवं वित्त मंत्री सुरेश खन्ना, स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह, मुख्य सचिव आरके तिवारी, पुलिस महानिदेशक हितेश चंद्र अवस्थी, अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी समेत अन्य प्रमुख अधिकारी शामिल थे.
लखनऊ: यूपी में 55 ट्रेनों से आएंगे 75 हजार श्रमिक, सीएम ने दिए सुरक्षा के निर्देश
उत्तर प्रदेश के लखनऊ में सीएम योगी ने अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. इस दौरान उन्होंने ट्रेन से आ रहे श्रमिकों के सुरक्षा और खाने की सही व्यवस्था के इंतजाम के निर्देश दिए.
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में दूसरे राज्यों से श्रमिकों के आने का सिलसिला जारी है. सोमवार को भी 55 ट्रेनें आ रही हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने टीम-11 के प्रमुख अधिकारियों के साथ सोमवार को समीक्षा बैठक के दौरान प्रवासी श्रमिकों के आवागमन में कोई समस्या नही होने देने के निर्देश दिए हैं. इसके साथ ही श्रमिकों से भी उन्होंने अपील की है कि सभी लोग लॉकडाउन का पालन करें. सरकार उन्हें उनके घर तक जरूर पहुंचाएगी.
समीक्षा बैठक के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट तौर पर निर्देश दिया कि किसी भी कामगार श्रमिक को अंतर्राज्यीय, अंतर्जनपदीय आवागमन में समस्या नही होनी चाहिए. इस बात को अधिकारी सुनिश्चित करें. सभी के साथ सम्मानजनक व्यवहार किया जाए. पैदल और दुपहिया वाहन से कोई भी श्रमिक न चलें, जो जहां हैं वहीं से उनके गृह जनपद तक पहुंचाने की व्यवस्था की जाए. साथ ही उन्हें क्वारंटाइन सेंटर में ले जाकर उनके स्वास्थ्य परीक्षण, भोजन की व्यवस्था की जाए. वहीं जो स्वस्थ हैं उन्हें पर्याप्त खाद्यान्न देकर उनके घर तक होम क्वारंटाइन के लिए भेजा जाए.
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि हर श्रमिक के स्किल का डाटा बनाया जाए ताकि क्वारंटाइन अवधि पूरा होने के बाद उसके अनुरूप उन्हें रोजगार उपलब्ध कराया जा सके. साथ ही होम क्वारंटाइन के दौरान प्रत्येक श्रमिक को एक हजार रुपये का भरण-पोषण भत्ता देने की व्यवस्था की जाए.
बता दें कि सोमवार को 55 ट्रेनों से 75 हजार प्रवासी श्रमिक उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में पहुंच रहे हैं. अन्य संसाधनों से भी करीब 25 हजार लोग पहुंचेंगे. पिछले चार दिनों में 170 ट्रेनें उत्तर प्रदेश आई हैं, जिससे करीब सवा दो लाख श्रमिक अपने राज्य पहुंचे हैं. एक लाख से ज्यादा लोग अन्य साधनों से आए हैं. सभी को जांच के बाद होम क्वारंटाइन में खाद्यान्न देकर भेजा गया है.
इस बैठक में मुख्यमंत्री के अलावा चिकित्सा शिक्षा एवं वित्त मंत्री सुरेश खन्ना, स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह, मुख्य सचिव आरके तिवारी, पुलिस महानिदेशक हितेश चंद्र अवस्थी, अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी समेत अन्य प्रमुख अधिकारी शामिल थे.