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सीएम योगी ने की अपील, 'अफवाहों पर न दें ध्यान, बनाए रखें शांति'

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Published : Dec 21, 2019, 8:17 AM IST

Updated : Dec 21, 2019, 12:48 PM IST

उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने लोगों से शांति बनाए रखने और किसी भी अफवाहों पर विश्वास न करने की अपील की है. मुख्यमंत्री ने किसी कानून हाथ में न लेने की चेतावनी भी दी है.

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सीएम योगी (फाइल फोटो).

लखनऊ: नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ उत्तर प्रदेश में बीते दो दिन लगातार प्रदर्शन और हिंसक घटनाएं होती रहीं. पुलिस-प्रशासन दंगाइयों को लगातार रोकने की कोशिश में लगा रहा. इन घटनाओं को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दोबारा आम जनता से शांति बनाए रखने की अपील की.

प्रदेश के कई हिस्सों में शुक्रवार को जोरदार प्रदर्शन देखने को मिला. मुरादाबाद, मेरठ, बुलंदशहर, फिरोजाबाद, गोरखपुर, कानुपर, वाराणसी, मुजफ्फनगर, बिजनौर समेत कई जिलों में हजारों लोगों ने सड़कों पर उतरकर उग्र प्रदर्शन किया.

सीएम योगी ने की अपील
दूसरे दिन भी प्रदर्शन को देखते हुए उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने लोगों से शांति बनाए रखने और किसी भी अफवाहों पर विश्वास न करने की अपील की. उन्होंने कहा कि किसी को भी कानून हाथ में नहीं लेना चाहिए.

इंटरनेट सेवाओं पर रोक
पुलिस ने स्थिति पर काबू पाने के लिए लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले छोड़े. इस हिंसक प्रदर्शन में यूपी में कई लोग भी मारे गए हैं. यूपी में कई जिलों में इंटरनेट सेवा पर रोक लगा दी गई है.

  • मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath जी ने सभी प्रदेशवासियों से अपील की है कि वे किसी बहकावे में न आएं और शांति बनाए रखने में सरकार का पूर्ण सहयोग करें। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कानून को हाथ में लेकर उपद्रव व हिंसा की छूट किसी को भी नहीं दी जा सकती है।

    — CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) December 21, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

6 लोगों की मौत
नागरिकता संशोधन अधिनियम के विरोध में यूपी के कई जिलों में हुई हिंसा के बाद 6 लोगों की मौत हो गई है. उपद्रव के दौरान 6 लोगों की मौत हुई है, जिनमें से एक फिरोजाबाद, एक कानपुर, दो बिजनौर एक मेरठ और एक सम्भल में मौत हुई है. वहीं, इससे पहले राजधानी लखनऊ में गुरुवार को हुई हिंसा के दौरान गोली चलने के कारण मोहम्मद वकील ऑटो चालक की इलाज के दौरान मौत हो गई थी.

  • मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath जी ने पुनः इस बात को दोहराया है कि जहां भी सार्वजनिक संपत्ति को उपद्रवियों ने क्षति पहुंचायी है, उस संपत्ति की भरपाई, वीडियो फुटेज तथा अन्य पुष्ट प्रमाणों के आधार पर चिन्हित किए जा रहे उपद्रवियों की संपत्तियों को जब्त करके की जाए।

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150 गिरफ्तार, 100 नजरबंद
लखनऊ में हुई हिंसा और आगजनी में करीब 150 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि 100 से अधिक लोगों को नजरबंद किया गया है. वहीं रिटायर्ड आईपीएस अधिकारी एसआर दारापुरी को दंगा भड़काने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है.

  • मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath जी ने कहा है कि अफवाहों में न पड़ें और उपद्रवी तत्वों के उकसावे में न आएं। उन्होंने शांति बहाली की अपील करते हुए पुलिस प्रशासन को नागरिकता कानून पर अफवाह फैलाकर लोगों को गुमराह करने और हिंसा फैलाने वाले तत्वों को ढूंढ निकालने के निर्देश दिए हैं।

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इसे भी पढ़ें:- CAA विरोध: गोण्डा में 40 नामजद और 200 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज

हिंसा में बाहरी लोगों के शामिल होने का शक
डीजीपी ओपी सिंह ने कहा है कि हिंसा में बाहरी लोग शामिल हुए थे. इसमें बहराइच और बाराबंकी के लोगों के शामिल होने के सबूत मिले हैं. वहीं हिंसा में कुछ ऐसे लोगों को चिन्हित किया गया है, जिनकी भाषा यूपी की नहीं है. आशंकाएं हैं कि ये लोग पश्चिम बंगाल के हैं. ऐसे में गिरफ्तार हिंसक प्रदर्शनकारियों के जब्त फोन की जांच की जा रही है.

  • नागरिकता कानून पर फैलाए जा रहे भ्रम और बहकावे में कोई भी न आए।
    प्रदेश में हर व्यक्ति को सुरक्षा प्रदान करने का दायित्व @UPGovt का है और @Uppolice हर व्यक्ति को सुरक्षा प्रदान कर रही है: मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath जी

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नागरिकता कानून किसी मजहब के खिलाफ नहीं
पीएम मोदी पहले ही कह चुके हैं कि नागरिकता कानून किसी जाति, मत, मजहब के खिलाफ नहीं है, बल्कि यह भारत के प्रत्येक नागरिक को सुरक्षा की गारंटी देता है. इसके बाद भी इस प्रकार का हिंसक प्रदर्शन कानून को नकारने जैसा है.

  • आदरणीय प्रधानमंत्री जी पहले ही कह चुके हैं कि नागरिकता कानून किसी जाति, मत, मजहब के खिलाफ नहीं है बल्कि यह भारत के प्रत्येक नागरिक को सुरक्षा की गारंटी देता है। इसके बाद भी इस प्रकार का हिंसक प्रदर्शन भारत के कानून को नकारने जैसा है: मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath जी

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लखनऊ: नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ उत्तर प्रदेश में बीते दो दिन लगातार प्रदर्शन और हिंसक घटनाएं होती रहीं. पुलिस-प्रशासन दंगाइयों को लगातार रोकने की कोशिश में लगा रहा. इन घटनाओं को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दोबारा आम जनता से शांति बनाए रखने की अपील की.

प्रदेश के कई हिस्सों में शुक्रवार को जोरदार प्रदर्शन देखने को मिला. मुरादाबाद, मेरठ, बुलंदशहर, फिरोजाबाद, गोरखपुर, कानुपर, वाराणसी, मुजफ्फनगर, बिजनौर समेत कई जिलों में हजारों लोगों ने सड़कों पर उतरकर उग्र प्रदर्शन किया.

सीएम योगी ने की अपील
दूसरे दिन भी प्रदर्शन को देखते हुए उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने लोगों से शांति बनाए रखने और किसी भी अफवाहों पर विश्वास न करने की अपील की. उन्होंने कहा कि किसी को भी कानून हाथ में नहीं लेना चाहिए.

इंटरनेट सेवाओं पर रोक
पुलिस ने स्थिति पर काबू पाने के लिए लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले छोड़े. इस हिंसक प्रदर्शन में यूपी में कई लोग भी मारे गए हैं. यूपी में कई जिलों में इंटरनेट सेवा पर रोक लगा दी गई है.

  • मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath जी ने सभी प्रदेशवासियों से अपील की है कि वे किसी बहकावे में न आएं और शांति बनाए रखने में सरकार का पूर्ण सहयोग करें। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कानून को हाथ में लेकर उपद्रव व हिंसा की छूट किसी को भी नहीं दी जा सकती है।

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6 लोगों की मौत
नागरिकता संशोधन अधिनियम के विरोध में यूपी के कई जिलों में हुई हिंसा के बाद 6 लोगों की मौत हो गई है. उपद्रव के दौरान 6 लोगों की मौत हुई है, जिनमें से एक फिरोजाबाद, एक कानपुर, दो बिजनौर एक मेरठ और एक सम्भल में मौत हुई है. वहीं, इससे पहले राजधानी लखनऊ में गुरुवार को हुई हिंसा के दौरान गोली चलने के कारण मोहम्मद वकील ऑटो चालक की इलाज के दौरान मौत हो गई थी.

  • मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath जी ने पुनः इस बात को दोहराया है कि जहां भी सार्वजनिक संपत्ति को उपद्रवियों ने क्षति पहुंचायी है, उस संपत्ति की भरपाई, वीडियो फुटेज तथा अन्य पुष्ट प्रमाणों के आधार पर चिन्हित किए जा रहे उपद्रवियों की संपत्तियों को जब्त करके की जाए।

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150 गिरफ्तार, 100 नजरबंद
लखनऊ में हुई हिंसा और आगजनी में करीब 150 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि 100 से अधिक लोगों को नजरबंद किया गया है. वहीं रिटायर्ड आईपीएस अधिकारी एसआर दारापुरी को दंगा भड़काने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है.

  • मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath जी ने कहा है कि अफवाहों में न पड़ें और उपद्रवी तत्वों के उकसावे में न आएं। उन्होंने शांति बहाली की अपील करते हुए पुलिस प्रशासन को नागरिकता कानून पर अफवाह फैलाकर लोगों को गुमराह करने और हिंसा फैलाने वाले तत्वों को ढूंढ निकालने के निर्देश दिए हैं।

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इसे भी पढ़ें:- CAA विरोध: गोण्डा में 40 नामजद और 200 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज

हिंसा में बाहरी लोगों के शामिल होने का शक
डीजीपी ओपी सिंह ने कहा है कि हिंसा में बाहरी लोग शामिल हुए थे. इसमें बहराइच और बाराबंकी के लोगों के शामिल होने के सबूत मिले हैं. वहीं हिंसा में कुछ ऐसे लोगों को चिन्हित किया गया है, जिनकी भाषा यूपी की नहीं है. आशंकाएं हैं कि ये लोग पश्चिम बंगाल के हैं. ऐसे में गिरफ्तार हिंसक प्रदर्शनकारियों के जब्त फोन की जांच की जा रही है.

  • नागरिकता कानून पर फैलाए जा रहे भ्रम और बहकावे में कोई भी न आए।
    प्रदेश में हर व्यक्ति को सुरक्षा प्रदान करने का दायित्व @UPGovt का है और @Uppolice हर व्यक्ति को सुरक्षा प्रदान कर रही है: मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath जी

    — CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) December 21, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

नागरिकता कानून किसी मजहब के खिलाफ नहीं
पीएम मोदी पहले ही कह चुके हैं कि नागरिकता कानून किसी जाति, मत, मजहब के खिलाफ नहीं है, बल्कि यह भारत के प्रत्येक नागरिक को सुरक्षा की गारंटी देता है. इसके बाद भी इस प्रकार का हिंसक प्रदर्शन कानून को नकारने जैसा है.

  • आदरणीय प्रधानमंत्री जी पहले ही कह चुके हैं कि नागरिकता कानून किसी जाति, मत, मजहब के खिलाफ नहीं है बल्कि यह भारत के प्रत्येक नागरिक को सुरक्षा की गारंटी देता है। इसके बाद भी इस प्रकार का हिंसक प्रदर्शन भारत के कानून को नकारने जैसा है: मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath जी

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summary उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने लोगों से शांति बनाए रखने और किसी भी अफवाहों पर विश्वास न करने की अपील की है. मुख्यमंत्री ने किसी कानून हाथ में न लेने की चेतावनी भी दी है.

 





सीएम योगी ने की अपील, 'अफवाहों पर न दें ध्यान, बनाए रखें शांति'

लखनऊ: नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ उत्तर प्रदेश में बीते दो दिन लगातार प्रदर्शन और हिंसक घटनाएं होती रहीं. पुलिस-प्रशासन दंगाइयों को लगातार रोकने की कोशिश में लगा रहा. इन घटनाओं को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दोबारा आम जनता से शांति बनाए रखने की अपील की.



प्रदेश के कई हिस्सों में शुक्रवार को जोरदार प्रदर्शन देखने को मिला. मुरादाबाद, मेरठ, बुलंदशहर, फिरोजाबाद, गोरखपुर, कानुपर, वाराणसी, मुजफ्फनगर, बिजनौर समेत कई जिलों में हजारों लोगों ने सड़कों पर उतरकर उग्र प्रदर्शन किया. 



सीएम योगी ने की अपील

दूसरे दिन भी प्रदर्शन को देखते हुए उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने लोगों से शांति बनाए रखने और किसी भी अफवाहों पर विश्वास न करने की अपील की. उन्होंने कहा कि किसी को भी कानून हाथ में नहीं लेना चाहिए.



इंटरनेट सेवाओं पर रोक

पुलिस ने स्थिति पर काबू पाने के लिए लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले छोड़े. इस हिंसक प्रदर्शन में यूपी में कई लोग भी मारे गए हैं. यूपी में कई जिलों में इंटरनेट सेवा पर रोक लगा दी गई है.



6 लोगों की मौत

नागरिकता संशोधन अधिनियम के विरोध में यूपी के कई जिलों में हुई हिंसा के बाद 6 लोगों की मौत हो गई है. उपद्रव के दौरान 6 लोगों की मौत हुई है, जिनमें से एक फिरोजाबाद, एक कानपुर, दो बिजनौर एक मेरठ और एक सम्भल में मौत हुई है. 

वहीं, इससे पहले राजधानी लखनऊ में गुरुवार को हुई हिंसा के दौरान गोली चलने के कारण मोहम्मद वकील ऑटो चालक की इलाज के दौरान मौत हो गई थी. 



150 गिरफ्तार, 100 नजरबंद

लखनऊ में हुई हिंसा और आगजनी में करीब 150 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि 100 से अधिक लोगों को नजरबंद किया गया है. वहीं रिटायर्ड आईपीएस अधिकारी एसआर दारापुरी को दंगा भड़काने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. 



हिंसा में बाहरी लोगों के शामिल होने का शक

डीजीपी ओपी सिंह ने कहा है कि हिंसा में बाहरी लोग शामिल हुए थे. इसमें बहराइच और बाराबंकी के लोगों के शामिल होने के सबूत मिले हैं. वहीं हिंसा में कुछ ऐसे लोगों को चिन्हित किया गया है, जिनकी भाषा यूपी की नहीं है. आशंकाएं हैं कि ये लोग पश्चिम बंगाल के हैं. ऐसे में गिरफ्तार हिंसक प्रदर्शनकारियों के जब्त फोन की जांच की जा रही है.


Conclusion:
Last Updated : Dec 21, 2019, 12:48 PM IST
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