लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को भारतीय मजदूर संघ उत्तर प्रदेश के 35वें त्रैवार्षिक अधिवेशन के उद्घाटन सत्र को वर्चुअली संबोधित किया. मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार श्रमिकों के हितों की रक्षा करते हुए पूरी प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है. भारतीय मजदूर संघ देश का ऐसा मजदूर संगठन है, जिसके लिए राष्ट्र सर्वाेपरि है.
'मजदूर संघ ने श्रमिकों के मन में नया विश्वास पैदा किया'
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस संगठन ने सदैव राष्ट्र, समाज, उद्योग और श्रमिकों के हित के बारे में अपनी मांग को नयी ऊंचाइयों तक पहुंचाया है. भारतीय मजदूर संघ लगातार श्रमिकों के मन में एक नया विश्वास पैदा करने में सफल रहा है. आज यह देश का सबसे बड़ा श्रमिक संगठन है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में और भारतीय मजदूर संघ के सहयोग से उत्तर प्रदेश ने एक नयी ऊर्जा के साथ काम किया है. उन्होंने कहा कि दत्तोपन्त ठेंगड़ी ने भारत के मजदूरों और किसानों को ससम्मान जीवन-यापन करने का अवसर प्रदान कराया. उन्होंने भारतीय मजदूर संघ की स्थापना की. साथ ही उन्होंने किसानों को संगठित कर उनकी समस्याओं को दूर करने के लिए भारतीय किसान संघ की स्थापना भी की थी. भारतीय मजदूर संघ के पदाधिकारियों ने सदैव सकारात्मक सोच रखी है, जिसका परिणाम है कि भारत कोरोना कालखंड में भी सभी चुनौतियों से जूझते हुए एक नयी दिशा की ओर अग्रसर हुआ. पीएम मोदी के आत्मनिर्भर भारत के सपनों को साकार करने में मजदूर संघ से जुड़े श्रमिकों के परिश्रम व पुरुषार्थ का योगदान उल्लेखनीय है.
'कोविड कॉल में भी सभी 119 चीनी मिलें चलाई गईं'
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2020 में 25 मार्च को पूरे देश में लाॅकडाउन लगाया गया था. किसान का अहित न हो इसके लिए भारतीय मजदूर संघ ने पूरा सहयोग किया. प्रदेश की सभी 119 चीनी मिलों को सफलतापूर्वक संचालित करने में सहयोग प्रदान किया. श्रमिकों के परिश्रम से देश भर में सैनिटाइजर उपलब्ध कराने का कार्य उत्तर प्रदेश सरकार ने किया. प्रदेश में कोरोना कालखंड में एक चुनौती थी कि पीपीई किट, सैनिटाइजर तथा एन-95 मास्क की कमी को कैसे पूरा किया जाए. भारतीय मजदूर संघ ने इन सभी कार्याें में रुचि लेकर कार्य किया, जिससे इन सभी चीजों की आपूर्ति सुनिश्चित हो सकी.
'श्रमिकों की मेहनत से नई प्रयोगशालाएं स्थापित हुईं'
मुख्यमंत्री ने कहा कि नई लैब बनाना, बाॅयो सेफ्टी और बाॅयो वेस्ट के कार्यक्रम को आगे बढ़ाने का काम श्रमिकों के परिश्रम के बिना सम्भव नहीं हो पाता. श्रमिकों ने स्वयं के जीवन को दांव पर रखकर प्रदेश की 25 करोड़ आबादी को बचाने का कार्य किया. जब प्रदेश में कोरोना का पहला मामला आया था, तब हमारे यहां जांच की सुविधा नहीं थी. श्रमिक बन्धुओं की मेहनत का परिणाम है कि राज्य में नई प्रयोगशालाएं स्थापित हुईं. आज प्रदेश में साढ़े तीन लाख से चार लाख कोरोना टेस्ट प्रतिदिन किए जा रहे हैं.
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मजदूर संघ की सलाह पर सरकार ने शुरू की बीमा योजना
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार श्रमिकों के कल्याण व उत्थान के लिए विभिन्न कल्याणकारी योजनाएं शुरू कर उन्हें लाभान्वित कर रही है. आंशिक कोरोना कर्फ्यू के दौरान प्रदेश सरकार ने सभी उद्योग-धंधों को कोरोना प्रोटोकाॅल के साथ जारी रखा. गत वर्ष 54 लाख श्रमिकों-कामगारों को राज्य सरकार ने राशन व भरण-पोषण भत्ता दिया. श्रमिकों के लिए उत्तर प्रदेश कामगार और श्रमिक (सेवायोजन एवं रोजगार) आयोग का गठन किया गया. बोर्ड श्रमिकों के हितों को संरक्षित करने और उन्हें रोजगार प्रदान करने की दिशा में कार्य कर रहा है. भारतीय मजदूर संघ ने इस आयोग के माध्यम से श्रमिक हित से जुड़े महत्वपूर्ण एवं उपयोगी सुझाव दिए. दुर्भाग्यवश किसी श्रमिक की दुर्घटना में मृत्यु अथवा दिव्यांगता हो जाने पर दो लाख रुपये के सुरक्षा बीमा कवर और पांच लाख रुपये तक के स्वास्थ्य बीमा कवर की व्यवस्था की गई है.