लखनऊ: हजरतगंज थाना क्षेत्र स्थित मेफेयर के पास सोमवार रात करीब 11:45 बजे दो गाड़ियों के बीच भिड़ंत हो गई. बताया जा रहा है कार सवार रईसजादे ने सिविल जज की गाड़ी में टक्कर मार दी. इसके बाद बिगड़ैल दोस्तों के साथ रईसजादे ने सिविल जज के ड्राइवर के साथ मारपीट की. घटना की जानकारी मिलते ही सिविल जज द्वारा हजरतगंज पुलिस को सूचना दी गई.
पुलिस ने तीन लोगों को पकड़ा
हजरतगंज पुलिस ने रईसजादे अनीस अंसारी समेत तीन को दबोचा और थाने ले आई. पुलिस हिरासत में आए रईसजादे अनीस अंसारी समेत तीन लोगों को छुड़ाने के लिए राजनीतिक पार्टी के नेता भी पैरवी करने कोतवाली पहुंच गए. बताया जा रहा है पकड़ा गया अनीस अंसारी खुद को मुख्तार अंसारी का करीबी बताता है. वहीं सूत्रों का कहना है पुलिस पर समझौता कराकर आरोपियों को छुड़ाने का दबाव बनाया गया.
हजरतगंज के मेफेयर के पास सिविल जज का ड्राइवर राजा बाबू गाड़ी चला रहा था. तभी उसकी कार और अनीस अंसारी की गाड़ी में भिड़ंत हो गई. इसके बाद दोनों के बीच विवाद हो गया और दोनों पक्षों को थाने लाया गया था. बताया जा रहा है कि सिविल जज का ड्राइवर राजा बाबू और अनीस अंसारी नामक युवक और उनके साथियों के बीच गाड़ी भिड़ंत को लेकर मारपीट भी हुई. सूत्रों की मानें तो पुलिस गिरफ्त में आए अनीस अंसारी व उसके दोस्तों को छुड़ाने के लिए कुछ राजनीतिक पार्टियों के नेता भी थाने पर उसकी पैरवी करने पहुंच गए थे.
दोनों पक्षों में हुआ समझौता
हजरतगंज इंस्पेक्टर श्याम बाबू शुक्ला ने बताया कि मेफेयर के पास अनीस अंसारी नामक युवक और राजा बाबू जो कि सिविल जज की गाड़ी चलाते हैं उनकी गाड़ियां टकरा गई थी. जिसको लेकर दोनों के बीच विवाद हुआ था. सूचना मिलने पर दोनों पक्षों को थाने लाया गया. दोनों पक्षों ने बैठकर लिखित समझौता कर लिया है. समझौता करने के बाद दोनों पक्ष राजी खुशी अपने घर को चले गए हैं. किसी की तरफ से भी कोई एफआईआर नहीं दर्ज की गई है और न ही किसी को थाने में बिठाया गया है.