लखनऊ : कोरोना वायरस ने शरीर के विभिन्न अंगों पर अपना प्रभाव छोड़ा है. इन दिनों इम्यूनिटी इतनी कमजोर हो गई है कि हर कोई किसी न किसी बीमारियों से ग्रस्त हो रहा है. पोस्ट कोविड और कोविड संक्रमित मरीजों में विटामिन बी12 की कमी अधिक देखने को मिल रही है. शरीर के लिए सबसे जरूर विटामिन में से विटामिन बी12 भी है. जो शरीर में कई कार्यों को करने के लिए जिम्मेदार है. शरीर में विटामिन बी12 रेड ब्लड सेल्स को बनाने के अलावा यह ब्रेन और नर्व्स सेल्स को मजबूत करने में भी मदद करता है.
सिविल अस्पताल की वरिष्ठ फिजीशियन डॉ. एस. देव ने बताया कि शरीर को स्वस्थ रखने के लिए पर्याप्त मात्रा में विभिन विटामिन्स, मिनरल्स, प्रोटीन्स, कार्बोहाइड्रेट्स और फाइबर इत्यादि की आवश्यकता होती है. शरीर के लिए ज्यादातर आवश्यक तत्वों का पोषण आहार पदार्थो से हो जाता हैं. विटामिन बी12 ऐसा है जो शरीर के स्वास्थ्य के लिए बेहद जरुरी है, लेकिन आहारतत्वों में वह पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध न होने से ज्यादातर लोगों में इस विटामिन की कमी पायी जाती हैं. सभी विटामिन की आवश्यकता महत्वपूर्ण है. सभी का अलग-अलग रोल है जो स्वस्थ व्यक्ति में होने चाहिए. शरीर में विटामिन बी12 की कमी पूरी करने के लिए आपको कलेजी, शेलफिश मछली, लाल मांस, टूना मछली, सैलमन मछली, बादाम का दूध, दही, चीज़, अंडे आदि जैसी चीजों का सेवन बढ़ा देना चाहिए. उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस ने शरीर के विभिन्न अंगों पर अपना प्रभाव छोड़ा है. एक के बाद एक वायरस आने के बाद से लोगों की इम्युनिटी कमजोर हुई है. मौजूदा समय में पोस्ट कोविड और कोविड से पीड़ित मरीजों में विटामिन बी12 की कमी अत्यधिक हुई है. इस विटामिन की कमी होने के कारण बहुत से मरीज शारीरिक तौर पर कमजोर भी हुए हैं.
उन्होंने कहा कि केला, संतरा व मौसमीय फल एक सस्ता, स्वस्थ और पोषक तत्वों से भरपूर फल है जो आसानी से हर व्यक्ति के आहार का हिस्सा बन सकता है. यह विटामिन बी12 से भरपूर सबसे अच्छे फलों में से एक है. कुछ फलों में फाइबर और पोटेशियम भी होता है. यह रक्तचाप को प्रबंधित करने, तनाव को कम करने और कब्ज और अल्सर की समस्याओं से राहत दिलाने में मदद करता है. संतुलित आहार के लिए जरूरी है कि आप अपने भोजन में सब्जियों को शामिल करें. वे शरीर को सभी विटामिन, खनिज और अन्य आवश्यक पोषक तत्व जैसे फाइबर और एंटीऑक्सिडेंट के साथ पूरक करते हैं. नियमित रूप से सब्जियों की कम से कम पांच सर्विंग्स का सेवन करने वाले व्यक्तियों में हृदय रोग और कैंसर सहित कई बीमारियों का जोखिम सबसे कम होता है.
उन्होंने कहा कि विटामिन बी12 की कमी के कारण एनीमिया की समस्या हो सकती है. विटामिन बी12 की कमी से एनीमिया तब होता है जब आपके शरीर में पर्याप्त स्वस्थ लाल रक्त कोशिकाएं नहीं होती हैं क्योंकि आपके शरीर में विटामिन बी 12 की कमी होती है. लाल रक्त कोशिकाओं को बनाने के लिए विटामिन बी12 की आवश्यकता होती है. इस वजह से विटामिन बी12 की कमी से एनीमिया हो सकता है. एनीमिया के बिना लोगों में विटामिन बी12 की कमी हो सकती है.
विटामिन बी12 के लक्षण
-आपकी स्किन पर हल्का पीलापन
-जीभ में दर्द और लाली (ग्लोसाइटिस)
-मुंह के छाले
-आपके चलने और चलने के तरीके में बदलाव
-आंखों की रोशनी में बदलाव
-चिड़चिड़ापन और अवसाद
इन अंगों में दिखाई देते हैं विटामिन बी12 की कमी के लक्षण
हाथ पैरों में चुभन : चुभन महसूस होने का मतलब यह नहीं है कि आपको विटामिन बी12 की कमी है. यह कई कई वजहों के कारण हो सकता है जिनमें नसों पर दबाव, नसों का दबना, तंत्रिका रोग, हाइपरवेंटिलेशन, डायबिटीद, मल्टीपल स्केलेरोसिस, हाइपरथायरायडिज्म और बहुत कुछ शामिल हैं. इसलिए यह जरूरी है कि आप अपने टेस्ट कराएं.
जीभ : विटामिन बी 12 की कमी से मुंह की समस्याएं भी हो सकती हैं, जिससे मुंह के छाले, घाव, जीभ में सूजन और लालिमा हो सकती है. गले में खराश भी बी 12 की कमी का एक संकेत है.
ब्रेन : अध्ययनों से पता चला है कि विटामिन बी 12 की कमी से याद्दाश्त में कमी हो सकती है. इसके साथ ही झुनझुनी और सुन्नता भी महसूस हो सकती है.
विटामिन बी12 का इलाज
विटामिन बी12 की कमी को विटामिन बी12 से दूर किया जा सकता है. इसका अक्सर विटामिन बी 12 के मानव निर्मित रूप साइनोकोबालामिन (cyanocobalamin) के साथ इलाज किया जाता है. कमी के कारण के आधार पर व्यक्ति को केवल तब तक इलाज करना पड़ सकता है जब तक कि उनके विटामिन बी 12 का स्तर सामान्य नहीं हो जाता है, या उन्हें जीवन भर विटामिन बी 12 थेरेपी लेनी पड़ सकती है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि जितना हो सके. स्वस्थ भोजन करें, कार्बोहाइड्रेट की मात्रा कम हो और विटामिन बी12 की पूर्ति हो सके. जिसमें हरी साग सब्जी मौसमी फल इत्यादि शामिल हो.
यह भी पढ़ें : चरित्र हनन करने वाली पाठशाला बन गई है बीजेपी : शिवपाल यादव