लखनऊ: कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई और लॉकडाउन से प्रभावित परिवारों को भोजन उपलब्ध कराने के लिए लखनऊ के सिटी मांटेसरी स्कूल ने 90 लाख रुपया दान किया है. ऐसा करने वाला वह उत्तर प्रदेश का पहला निजी स्कूल बन गया है.
सिटी मांटेसरी स्कूल के संस्थापक डॉक्टर जगदीश गांधी ने सोमवार को लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष शिवाकांत द्विवेदी को 20 लाख रुपये का चेक भेंट किया है. सिटी मांटेसरी स्कूल लखनऊ का सबसे बड़ा निजी स्कूल समूह है. राजधानी लखनऊ में इसकी कई शाखाएं हैं. जिनमें लगभग 56000 छात्र-छात्रा शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं.
स्कूल की ओर से लखनऊ विकास प्राधिकरण को जो रकम दी गई है. उसका उपयोग प्राधिकरण की ओर से राजधानी में स्थापित पांच जनता रसोई घरों के संचालन में किया जाएगा. प्राधिकरण अधिकारियों के अनुसार इन सामुदायिक रसोई घरों से हर रोज 10 से 12 हजार निर्धन और जरूरतमंद लोगों को भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है.
सिटी मांटेसरी स्कूल के शिशिर श्रीवास्तव ने बताया कि इससे पहले स्कूल की ओर से 50 लाख रुपये की सहायता राशि लखनऊ के नगर आयुक्त इंद्रमणि त्रिपाठी को दी जा चुकी है. लखनऊ के जिलाधिकारी को भी इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी के समाज सेवा संबंधी कार्यों के लिए 20 लाख की सहायता राशि स्कूल संस्थापक डॉक्टर जगदीश गांधी ने सौंपी है. लखनऊ पुलिस कमिश्नर के अनुरोध पर स्कूल प्रबंधन ने अपनी बसों को भी पुलिस टीम को इधर से उधर लाने ले जाने में लगा रखा है.
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नगर निगम, जिला प्रशासन और लखनऊ विकास प्राधिकरण को कुल मिलाकर सीएमएस की ओर से 90 लाख रुपये उपलब्ध कराए गए हैं. राजधानी के किसी भी शिक्षण संस्थान की ओर से अब तक ऐसी सहायता नहीं की गई है. इस बारे में डॉक्टर जगदीश गांधी का कहना है कि जिस तरह पूरे देश को कोरोना वायरस की गंभीर समस्या से जूझना पड़ रहा है. लॉकडाउन की वजह से हजारों परिवारों के सामने भोजन का संकट उत्पन्न है, ऐसे में सिटी मांटेसरी स्कूल ने अपने सामाजिक दायित्वों के निर्वाह में सहायता उपलब्ध कराई है.