लखनऊ: राजधानी में क्रिसमस का त्योहार बहुत धूमधाम से मनाया जाता है. क्रिसमस त्योहार को लेकर राजधानी की सेंट जोसेफ कैथेड्रल चर्च मैं तैयारियां जोरों पर हैं. कैथेड्रल चर्च को लाइट व झांकियों से सजाया गया है. हर वर्ष हजारों की संख्या में लोग क्रिसमस के मौके पर कैथेड्रल चर्च पहुंचतें थे, लेकिन इस बार कोविड-19 प्रोटोकॉल के चलते चर्च में भीड़-भाड़ नहीं रहेगी.
200 लोगों को ही प्रवेश की अनुमति
कोविड-19 प्रोटोकॉल के चलते प्रशासन ने फैसला लिया है कि एक टाइम पर सिर्फ 200 व्यक्तियों को ही चर्च पर एंट्री दी जाएगी और जब यह 200 लोग चर्च से बाहर चले जाएंगे तब अन्य 200 लोगों को चर्च में एंट्री दी जाएगी. इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जाएगा. मुख्य प्रार्थना सभा के लिए चर्च की ओर से 50 एंट्री पास जारी किए गए हैं. हर एक पास पर चार लोगों को एंट्री दी जाएगी. इस हिसाब से मुख्य प्रार्थना के दौरान चर्च में सिर्फ 200 लोग भी मौजूद रहेंगे.
24 दिसंबर की रात 10 बजे होगी मुख्य प्रार्थना
कैथेड्रल चर्च के प्रवक्ता फादर डोनाल्ड डिसूजा ने बताया कि 24 दिसंबर की रात 10 बजे यीशु मसीह के जन्म से पहले मुख्य प्रार्थना का आयोजन किया जाएगा. इसके बाद 25 तारीख की सुबह 8 बजे व 10 बजे प्रार्थना का आयोजन किया जाएगा.
25 दिसंबर को लोग देख सकेंगे झांकी
25 दिसंबर को चर्च में लोग झांकी देखने के लिए पहुंच सकते हैं, लेकिन एक समय पर सिर्फ 200 लोगों को ही झांकी देखने के लिए चर्च में एंट्री दी जाएगी.
26 दिसंबर को नहीं होगा कल्चरल कार्यक्रम
कैथेड्रल चर्च द्वारा 26 दिसंबर को हर वर्ष कल्चरल कार्यक्रम का आयोजन किया जाता था, जिसमें उत्तर प्रदेश के राज्यपाल को आमंत्रित किया जाता था, लेकिन इस बार कोविड-19 प्रोटोकॉल के चलते 26 दिसंबर को होने वाले इस कार्यक्रम के आयोजन को निरस्त कर दिया गया है.