लखनऊः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मिशन चंद्रयान और ऑस्ट्रेलिया भारत क्रिकेट मैच, राहुल द्रविड़ और वीवीएस लक्ष्मण की पारी का उदाहरण देकर बच्चों का दिल जीत लिया. प्रधानमंत्री को अपने मार्गदर्शक की भूमिका पर पाकर बच्चे बेहद खुश दिखे और उनकी जमकर तारीफ की.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम को अपने मन से जुड़ा हुआ कार्यक्रम करार दिया. उन्होंने बच्चों को यह भी बताया कि अगर प्रधानमंत्री के तौर पर वह इस कार्यक्रम का आयोजन न करें तो इससे उनके दायित्व को लेकर कोई सवाल नहीं खड़ा होगा. परन्तु बच्चों के भविष्य से जुड़े इस मसले में वह खुद अपनी भूमिका का निर्वाह करना चाहते हैं. इसलिए उन्होंने खुद अपनी इच्छा से यह कार्यक्रम चुना है. उनकी यह बात ज्यादातर बच्चों को पसंद भी आई.
कार्यक्रम के बाद ईटीवी भारत के साथ बातचीत में बच्चों ने कहा के प्रधानमंत्री की जितनी सराहना की जाए वह कम है. परीक्षा के तनाव से गुजरने वाले विद्यार्थियों को उनकी यह बात कभी नहीं भूलेगी कि पूरा देश मिशन चंद्रयान के कामयाबी की कामना कर रहा था. लोग आधी रात के बाद भी जाग कर देख रहे थे कि मिशन चंद्रयान किस तरह कामयाब होगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. परीक्षा में सफलता और असफलता का इससे बड़ा उदाहरण दूसरा नहीं हो सकता है. इसी तरह उन्होंने ऑस्ट्रेलिया और भारत के कोलकाता टेस्ट मैच का जिक्र करते हुए भारत के 2 महान बल्लेबाजों के संघर्ष का उदाहरण दिया.