लखनऊ: यूपी लॉकडाउन के दौरान निजी अस्पताल बंद किए गए थे. इस कड़ी में निजी अस्पतालों को सोशल डिस्टेंसिंग फॉलो करते हुए जनहित में फिर से खोलने के संबंध में मुख्य सचिव आरके तिवारी ने सभी जिलों के डीएम को आदेश दिया है.
मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी ने सभी जिलाधिकारियों को पत्र भेजकर यह निर्देशित किया है कि निजी चिकित्सालयों को संचालित कराया जाए और शासन के नियमों के अनुसार इलाज सुनिश्चित कराया जाए. राजेंद्र कुमार तिवारी ने सभी जिलाधिकारियों को भेजे पत्र में कहा है कि लॉकडाउन के दौरान निजी चिकित्सालय खोलने की व्यवस्था की जाए. चिकित्सालय के प्रबंधकों को निर्देशित किया जाए कि वे चिकित्सा एवं उपचार के लिए प्रयोग में आने वाले उपकरण को क्रियाशील रखें.
इसे भी पढ़ें:- गौतमबुद्ध नगर से कोरोना के 5 नए मामले आए सामने, 23 पहुंचा आंकड़ा
चिकित्सकों, पैरामेडिकल स्टाफ की एक निश्चित अवधि के लिए उपस्थिति सुनिश्चित करें. दवाओं की पर्याप्त उपलब्धता बनाए रखें. निजी विश्वविद्यालयों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर उन्हें अवगत कराया जाए कि सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए मरीजों को भी देखा जा सकता है. मुख्य सचिव ने यह भी निर्देश दिया है कि निजी चिकित्सालयों में समुचित चिकित्सा सेवा सुनिश्चित करने हेतु इंडियन मेडिकल एसोसिएशन का भी सहयोग प्राप्त किया जाए. यदि कोई वार्ता के बाद भी उपरोक्त निर्देशों का पालन नहीं करता है तो समुचित प्रावधानों के अंतर्गत उनके विरुद्ध कार्रवाई भी की जाए.