लखनऊ: प्रदेश में 11 अप्रैल से 14 अप्रैल तक कोविड-19 को लेकर विशेष टीका अभियान चलाया जाएगा. इन अभियान को 'टीका उत्सव' का नाम दिया गया है. मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी ने इस विशेष 'टीका उत्सव' में आयोजित होने जाने वाले कार्यक्रमों के संबंध में विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए हैं.
मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी ने बताया कि कोरोना महामारी से लड़ाई के लिए प्रदेश सरकार द्वारा प्रत्येक स्तर पर व्यापक प्रयास किये जा रहे हैं. इसमें ट्रैकिंग, ट्रेसिंग एवं ट्रीटमेन्ट के विभिन्न पहलू शामिल हैं. उन्होंने कहा कि देश में बनी वैक्सीन की भूमिका कोरोना की लड़ाई में निर्णायक सिद्ध हो रही है. प्रदेश में टीकाकरण युद्ध स्तर पर किया जा रहा है. देश में प्रथम चरण में स्वास्थ्य कार्मिकों को, दूसरे चरण में फ्रंटलाइन वर्कर्स को और तीसरे चरण में 45 वर्ष से अधिक आयु के सभी व्यक्तियों का टीकाकरण किया जा रहा है.
अम्बेडकर जयंती तक चलेगा अभियान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आह्वान किया है कि 11 अप्रैल को महात्मा ज्योतिबा फूले की जयंती से लेकर 14 अप्रैल बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर की जयंती तक पूरे देश में विशेष टीकाकरण अभियान चलाया जाए. इसी क्रम में उत्तर प्रदेश सरकार ने भी 11 से 14 अप्रैल तक इस अभियान को 'टीका उत्सव' के रूप में मनाये जाने का निर्णय लिया है. इस दौरान समाज के विभिन्न वर्गों से समन्वय स्थापित करके प्रदेश के आम नागरिकों को अधिक से अधिक टीकाकरण के लिए प्रेरित करने का अभियान चलाया जाएगा.
अभियान को सफल बनाने को करेंगे जागरूक
प्रदेश के समस्त जिलाधिकारियों को निर्देश दिये गये हैं कि इस विशेष टीकाकरण अभियान को सफल बनाने के लिए आवश्यक है कि समाज के विभिन्न वर्गों को टीकाकरण में शामिल होने को प्रोत्साहित किया जाए. उनका सहयोग लिया जाए. इस अभियान में यह विशेष प्रयास किया जाए कि प्रदेश के जनप्रतिनिधियों, धर्मगुरुओं और प्रबुद्ध नागरिकों को इसमें शामिल किया जाए. इसी क्रम में यह निर्णय लिया गया है कि राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री द्वारा प्रदेश के विभिन्न नगरीय संस्थाओं के जनप्रतिनिधियों के साथ 12 अप्रैल को वर्चुअली संवाद किया जाएगा. 13 अप्रैल को प्रदेश के विभिन्न धर्मगुरुओं के साथ संवाद होगा. आयोजन की सम्पूर्ण जिम्मेदारी प्रदेश के सम्बन्धित जिलों के जिलाधिकारी की रहेगी.
इसे भी पढ़ें:- यूपी में 'टीका उत्सव' कल से, 83 नए कोविड अस्पताल की होगी शुरुआत
निकायों से संवाद कार्यक्रम
मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी ने जिलाधिकारियों को यह भी निर्देश दिये हैं कि 12 अप्रैल को शाम पांच बजे प्रत्येक जिले के एनआईसी के मुख्य केन्द्र पर सभी नगर निगम एवं नगर पालिकाओं के अध्यक्ष एवं उपाध्यक्षों को आमंत्रित किया जाए. सभी नगरीय निकायों के पार्षदों को सभागार में बैठने की व्यवस्था की जाए. इस दौरान कोविड के नियमों का पालन किया जाए. साथ ही बड़ी स्क्रीन लगाई जाए.
जनप्रतिनिधियों को करेंगे सम्बोधित
राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री कुछ जनप्रतिनिधियों से वार्ता करने के बाद सम्बोधित करेंगे. शासन स्तर पर नगरीय निकायों के प्रतिनिधियों से नगर विकास विभाग समन्वय करेगा. नगरीय निकायों में सूचना विभाग के सहयोग से टीवी स्क्रीन्स लगाने की व्यवस्था की जाएगी.
धर्मगुरुओं से होगी चर्चा
इसके बाद 13 अप्रैल को शाम पांच बजे सभी जिलों में सम्बन्धित जिलाधिकारियों द्वारा शहर के प्रमुख विभिन्न छह से 10 धर्मगुरुओं को एनआईसी के माध्यम से कॉन्फ्रेंस रूम में आमंत्रित किया जाएगा. राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री कुछ धर्मगुरुओं से वार्ता करेंगे. फिर सम्बोधन किया जाएगा. मुख्य सचिव ने बताया कि प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों को उक्त दिशा-निर्देशों का अक्षरशः अनुपालन करने के निर्देश दिए गए हैं.