लखनऊ : कोरोना के बढ़ते खतरे के बीच मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी ने अफसरों को कोविड-19 प्रोटोकॉल को लेकर सरकार द्वारा समय-समय पर जारी की जाने वाली गाइडलाइंस का सख्ती से अनुपालन करने के निर्देश दिए. उन्होंने 15 से 18 वर्ष के सभी बच्चों का 15 जनवरी तक शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन कराए जाने के सभी जिलाधिकारियों व सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को सख्त दिशा निर्देश दिए हैं.
इसके साथ ही मुख्य सचिव ने 16 जनवरी तक सभी विद्यालय बंद करने और ऑनलाइन क्लासेस चलाकर अध्यापन कार्य कराने के निर्देश भी दिए हैं. उन्होंने यह भी कहा है कि कोविड कमांड सेंटर पूरी क्षमता के साथ चलाए जाएं. मुख्य सचिव ने कहा कि निगरानी समितियां और इंटीग्रेटेड कोविड कमांड सेंटर्स को पूरी तरह सक्रिय किया जाए. निगरानी समितियां अपना कार्य प्रभावी ढंग से करें. निगरानी समितियां घर-घर संपर्क करके बिना टीकाकरण वाले लोगों की सूची जिला प्रशासन को उपलब्ध कराएं, जिससे उन्हें वैक्सीनेशन के लिए प्रेरित और प्रोत्साहित किया जा सके.
इसे भी पढ़ें- Assembly Election 2022: सपा ने निर्वाचन आयोग से यूपी के कई अधिकारियों को हटाने की मांग उठाई
चीफ सेक्रेटरी दुर्गा शंकर मिश्रा ने यह भी कहा है कि जिन मरीजों में कोरोना के लक्षण दिखें उन्हें होम आइसोलेशन में रखते हुए इलाज किया जाए और निरन्तर मॉनीटरिंग की जाए. संक्रमण को देखते हुए आवश्यकतानुसार मिनी कंटेनमेन्ट जोन और कंटेनमेन्ट जोन की व्यवस्था बहाल करने पर भी विचार किया जाए.
मुख्य सचिव ने यह भी कहा कि जन सामान्य को कोविड संक्रमण के विषय में संतुलित जानकारी दी जाए, जिससे उनमें पैनिक क्रिएट न हो. कहा कि यह बताया जाए कि संक्रमण कम तीव्रता वाला है, अतः इसके लक्षण दिखने पर सामान्य मरीज होम आइसोलेशन में रहकर चिकित्सक की सलाह से अपना इलाज कर सकता है. यह संक्रमण वायरल फीवर की तरह है. अतः इससे डरने की आवश्यकता नहीं है, लेकिन पूरी एहतियात अवश्य बरती जाए.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप