लखनऊ. मुख्य सचिव की अध्यक्षता में उत्तर प्रदेश में राष्ट्रीय राजमार्गों एवं परिवहन व्यवस्था के विकास से संबंधित बैठक आयोजित की गई. मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा (Chief Secretary Durga Shankar Mishra) ने कहा कि महाकुंभ से पहले प्रयागराज रिंग रोड व बाईपास के कार्य को निर्धारित मानक एवं गुणवत्ता के साथ पूर्ण कराया जाए. इसके अतिरिक्त राष्ट्रीय राजमार्ग सं-24बी के रायबरेली-प्रयागराज सेक्शन तथा राष्ट्रीय राजमार्ग सं-330 के प्रतापगढ़-सुल्तानपुर-अयोध्या का कार्य अत्यधिक ट्रैफिक एवं धार्मिक पर्यटन क्षेत्र होने के कारण आगामी महाकुंभ से पूर्व पूर्ण करा दिया जाए.
उन्होंने कहा कि फाफामऊ में राष्ट्रीय राजमार्ग-96 पर सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय द्वारा नए 6 लेन का निर्माण कार्य दिसंबर 2023 तक पूर्ण कर लिया जाए. कुम्भ के दृष्टिगत प्रयागराज-गोरखपुर हाईवे का सुदृढ़ीकरण होना अत्यंत आवश्यक है, इसलिये इनका कार्य एनएचएआई द्वारा जल्द से जल्द पूर्ण कर लिया जाए. बैठक में बताया गया कि वाराणसी मार्ग में अंदावा से लेकर हंडिया तक लगभग 25 किमी लम्बाई में चार लेन मार्ग के चौड़ीकरण का कार्य किया जा रहा है, जिसे माह जून, 2024 तक पूर्ण कर लिया जाएगा. इस पर मुख्य सचिव ने इस कार्य को वर्ष 2023 के अंत तक प्रत्येक स्थिति में पूर्ण कराने के निर्देश अधिकारियों को दिए. बैठक में बताया गया कि एनएच 76 पर जसरा बाजार के बाईपास (लगभग लम्बाई 5 किमी) की डीपीआर का कार्य प्रगति पर है. यह परियोजना सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के 2022-23 के वार्षिक परियोजनाओं की सूची में सम्मिलित है. मुख्य सचिव ने कहा कि डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) स्वीकृति के पश्चात् बाईपास का निर्माण कार्य जल्द से जल्द प्रारंभ करा दिया जाए. इसके अतिरिक्त मुख्य सचिव ने प्रदेश के समस्त जिला मुख्यालयों को राजधानी से चार लेन मार्ग से जोड़े जाने के कार्य की प्रगति की समीक्षा कर कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए.
बैठक में सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय भारत सरकार के अपर सचिव अमित कुमार घोष, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त अरविन्द कुमार, प्रमुख सचिव लोक निर्माण नरेंद्र भूषण, प्रमुख सचिव आवास एवं शहरी नियोजन नितिन रमेश गोकर्ण, सचिव लोक निर्माण अजय चौहान समेत उप्र एवं एनएचएआई के अन्य अधिकारी आदि उपस्थित थे.