लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोक सेवा आयोग द्वारा चयनित कई विभागों के अधिकारियों को नियुक्ति पत्र वितरित किए. लोकभवन में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक की उपस्थिति में नव चयनित अधिकारियों को नियुक्ति पत्र वितरित किए गए. इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि माना जाता है जिसने यूपी में कार्य किया वह देश में कहीं भी कार्य कर सकता है. उत्तर प्रदेश में शासन की नीतियों के आधार पर कार्य करना बड़ी जिम्मेदारी होती है. शासन की छवि कार्मिकों के आचरण से ही मजबूत होती है. मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी टीम ने केंद्र और राज्य के योजनाओं को धरातल पर शत प्रतिशत उतारने के लिए पूरी ईमानदारी से कार्य किया है.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज उत्तर प्रदेश के बारे में लोगों की धारणा बदली है. आप सौभग्यशाली हैं कि आपने इस सरकार के समय आवेदन किया. कोई सिफारिश नहीं करनी पड़ी, आज आपको नियुक्तिपत्र मिल गया. नियुक्ति विभाग ने आपको कॉल करके बुलाया. अगर शासन की नियत मे खोट हो, भ्र्ष्टाचार का बोलबाला हो तो कुछ नहीं किया जा सकता है. हमने जब वर्ष 2017 मे शासन संभाला तब सरकारी पद खाली पड़े थे. एक लाख 64 हजार पुलिसकर्मी की भर्ती हुई. पीएसी की 54 कंपनियां खत्म कर दी गई थीं. पिछली सरकार में. पहले भर्तियों में भ्र्ष्टाचार इस कदर था कि जो योग्य नहीं था वह आयोग का अध्यक्ष होता था. आज परीक्षा के पहले ही मुन्नाभाई जैसे सॉल्वर उठा लिए जाते हैं.
अब प्रधानमंत्री के निर्देशन पर मिशन रोजगार की प्रक्रिया चल रही है. हमारे मुख्य सचिव पिछले 39 वर्षों से लगातार प्रशासनिक कार्य कर रहे हैं. इसी तरह कृषि उत्पादन आयुक्त भी 35 वर्ष से लगातार कार्य कर रहे हैं. ये हमारे प्रशासन के अधिकारी युवाओं के रोल मॉडल हैं,आप इनसे सीखिए. उन्होंने कहा कि व्यक्ति तभी आगे बढ़ पाता है जब उसके कार्य मे ईमानदारी हो. आपको भी एक लंबी दूरी तय करनी है. इसके लिए आपको भी ईमानदारी निष्ठा से कार्य करना होगा. आपको शासन जहां भेजे वहां पूरी निष्ठा से करना होगा. मेरी आप सभी से अपेक्षा है कि आप अपनी कार्य पद्धति से लोगों के सामने एक मानक तय करिए. जब आप पूरी निष्ठा, ईमानदारी से कार्य करेंगे तो आप भी एक लंबी सेवा उत्तर प्रदेश शासन की कर पाएंगे. शासन भी आपसे यही उम्मीद करता है. जिस पारदर्शिता, शुचितापूर्ण चयन प्रक्रिया से गुजरकर आप नियुक्त हुए हैं. यही ईमानदारी और निष्ठा आपके कार्य पद्धति सरकार के प्रति हो.
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