लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को अयोध्या, विंध्याचल और कानपुर मंडल के जनप्रतिनिधियों के साथ की समीक्षा बैठक. इस विशेष बैठक में मुख्यमंत्री ने एक-एक कर जनपद सुल्तानपुर, बाराबंकी, अमेठी, आंबेडकर नगर, मीरजापुर, संत रविदास नगर, सोनभद्र, कानपुर नगर, कानपुर देहात, औरैया, इटावा फर्रुखाबाद और कन्नौज के सांसद व विधायकों से उनके क्षेत्र की विकास योजनाओं की जानकारी ली और आवश्यकतानुसार दिशा-निर्देश भी दिए. जनप्रतिनिधियों ने नवीन विकास कार्यों के बारे क्षेत्रीय जनाकांक्षाओं से भी अवगत कराया और इस संबंध में अपने प्रस्ताव भी दिए.
मुख्यमंत्री ने सांसद और विधायकों के इन प्रस्तावों पर तत्काल कार्रवाई के लिए मुख्यमंत्री कार्यालय को निर्देशित भी किया. इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी मार्गदर्शन में आज देश में सांस्कृतिक व आध्यात्मिक नवजागरण का साक्षी बन रहा है. देश-दुनिया के लोग 'दिव्य भव्य, नव्य अयोध्या' के दर्शन को आतुर हैं. देश-विदेश की अनेक निजी कंपनियां, राज्य सरकारें, धार्मिक संस्थाएं अयोध्या में निवेश को उत्सुक हैं. इसका सीधा लाभ हमारे युवाओं को मिलेगा. प्राकृतिक सुषमा से परिपूर्ण सोनभद्र, मिर्जापुर में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं. मां विंध्यवासिनी कॉरिडोर का निर्माण कार्य चल रहा है. इससे श्रद्धालुओं को बड़ी सुविधा होगी. यहां हर घर नल की योजना से आम जन को शुद्ध पेयजल उपलब्ध हो रहा है. भदोही की कालीन पूरी दुनिया में पसंद की जा रही है.
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश डिफेंस कॉरिडोर का एक महत्वपूर्ण नोड कानपुर है. इससे यहां की एमएसएमई इंडस्ट्री के लिए, छोटे उद्योगों के लिए नई संभावनाएं तैयार हुई हैं. यहां के युवाओं को रोजगार के नए अवसर मिल रहे हैं. उन्होंने कहा कि यह अकल्पनीय था गंगाजी में गिरने वाला सीसामऊ जैसा विशाल नाला भी एक दिन बंद हो सकता है, लेकिन ये काम जनप्रतिनिधियों और जनसहभागिता से आज साकार हुआ है. प्रधानमंत्री ने यहां नौका विहार किया तो पूरा देश देखता रह गया. प्रदेश में 'नमामि गंगे' के तहत अच्छा कार्य हुआ है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि जनपदीय निवेशक सम्मेलन के आयोजन के लिए सांसद के नेतृत्व में विधायक गण बेहतर सेक्टरवार कार्ययोजना तैयार करें. जिला प्रशासन, औद्योगिक अवस्थापना विभाग, इन्वेस्ट यूपी और मुख्यमंत्री कार्यालय से सहयोग लें. अपने क्षेत्र के उद्यमियों, व्यापारियों, प्रवासीजनों से संवाद-संपर्क बनाएं. उन्हें प्रदेश सरकार की औद्योगिक नीतियों, सेक्टोरल पॉलिसी की जानकारी दें. अपने क्षेत्र के पोटेंशयिल का परिचय दें और निवेश के लिए प्रोत्साहित करें. 10 फरवरी से प्रारंभ हो रहे ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के मुख्य समारोह से सभी जिलों को जोड़ा जाए. इससे प्रधानमंत्री का मार्गदर्शन सभी को प्राप्त होगा। इस आयोजन में स्थानीय निवेशकों, उद्यमियों को आमंत्रित करें.
मुख्यमंत्री ने कहा कि विगत साढ़े पांच-छह वर्षों में योजनाबद्ध प्रयासों से प्रदेश में खनन संबंधी कार्यों में पारदर्शिता आई है. आमजन हों या पट्टाधारक अथवा ट्रांसपोर्टर, सभी की सुविधा का ध्यान रखते हुए अनेक अभिनव प्रयास किए गए हैं. खनन कार्य से जुड़े सभी हितधारकों के लिए पारदर्शी प्रक्रिया सुनिश्चित की जा रही है. व्यवस्था को सुचारु बनाये रखने में सांसद-विधायक गण भी सहयोग करें. कहीं भी अवैध खनन अथवा ओवरलोडिंग की गतिविधि न हो. जनप्रतिनिधि गण क्षेत्र में संचालित विकास परियोजनाओं का निरीक्षण करते रहें. यह योजनाएं स्थानीय जनप्रतिनिधियों की छवि निर्माण में सहायक हैं. गुणवत्ता और समयबद्धता सुनिश्चित करने में जनप्रतिनिधियों को योगदान करना होगा.