ETV Bharat / state

स्कूलों के साथ बैठक, जाम की समस्या से मिलेगी निजात, देखिये क्या बोले डीआईओएस - स्वतंत्रता दिवस

जिला विद्यालय निरीक्षक (DIOS) राकेश कुमार ने स्कूलों के साथ बैठक की. तरकीब निकाली गई है कि अगर स्कूलों की क्लास और छुट्टी की टाइमिंग में कुछ फेरबदल किया जाये तो इससे जाम की समस्या कहीं हद तक दूर हो सकेगी.

जाम की समस्या
जाम की समस्या
author img

By

Published : Jul 30, 2022, 7:14 PM IST

लखनऊ : राजधानी में तमाम निजी स्कूल हैं. स्कूलों की छुट्टी एक समय पर होती है. जिसकी वजह से शहर में जाम की समस्या उत्पन्न हो जाती है. इस समस्या को समाप्त करने के लिए नवनियुक्त जिला विद्यालय निरीक्षक राकेश कुमार ने स्कूलों के साथ बैठक की. बैठक में कहा गया है कि अगर स्कूलों की क्लास और छुट्टी की टाइमिंग में कुछ फेरबदल किया जाये तो इससे जाम की समस्या कहीं हद तक दूर हो सकेगी.


जिला विद्यालय निरीक्षक (DIOS) राकेश कुमार ने बताया कि लखनऊ प्रदेश की राजधानी है. अन्य जिलों की तुलना में यहां अधिक विद्यालय हैं, खासकर निजी विद्यालय की संख्या अधिक है. यहां बहुत सारे मुद्दे हैं, जिसे हम दूर करने की कोशिश कर रहे हैं. निजी विद्यालयों में सबसे बड़ा मुद्दा सामने आया है कि स्कूल जब खुलते हैं या बच्चों की छुट्टी होती है उस समय पर ट्रैफिक की दिक्कतें बढ़ जाती हैं. स्कूलों के सामने काफी भीड़ की स्थिति होती है. इस संबंध में जिला प्रशासन की तरफ से निर्देशित किया गया है.

बातचीत करतीं संवाददाता अपर्णा शुक्ला

उन्होंने बताया कि स्कूलों की बैठक की गई है. बैठक में यह बात निकलकर आई है कि किस तरह से हम स्कूलों के सामने लगने वाले जाम से निजात पा सकते हैं. ऐसे में यह निष्कर्ष निकाला गया है कि फिलहाल स्कूलों की टाइमिंग में थोड़ा सा अंतर किया जाए, ताकि एक साथ कई स्कूलों की छुट्टी न हो. इससे ट्रैफिक जाम होता है. छुट्टी के साथ-साथ कुछ क्लासेस में भी हेरफेर किया जाए. उसका भी समय थोड़ा बदल जाए, जिससे एक साथ सभी स्कूल बंद नहीं होंगे और ना फिर वहां पर ट्रैफिक की समस्या होगी. इसके अलावा निजी सिक्योरिटी को भी स्कूल के बाहर लगाएं, ताकि वह अभिभावकों को थोड़ा सा कंट्रोल कर सके और जाम जैसी समस्या उस क्षेत्र में ना हो.

इस बार हम लोग स्वतंत्रता दिवस की 75वीं वर्षगांठ मनाने जा रहे हैं. इस बार विद्यालयों में कई तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. इसके साथ ही साथ जिला प्रशासन के स्तर से कुछ कार्यक्रम कराए जाएंगे. इस कार्यक्रम के अंतर्गत विभिन्न ग्रुप बनाए गए हैं. सभी की थीम अलग-अलग रखी गयी है. उसी टीम के आधार पर बच्चे कार्यक्रम में प्रतिभाग करेंगे. स्काउट की टीम में 75 बच्चे प्रतिभाग करेंगे. एनसीसी कैडेट के स्टूडेंट होंगे. उन्होंने कहा कि हमारी पूरी कोशिश है कि स्वतंत्रता दिवस के मौके पर हम जितने रंग भर सकते हैं उतने हर्षोल्लास के साथ भर दें. इसमें जिला प्रशासन हमारा पूरा सहयोग कर रहा है.

ये भी पढ़ें : बाघ की मूंछ के बाल करते हैं सेंसर का काम : प्राणी उद्यान निदेशक
उन्होंने बताया कि कोविड दौर में पूरे दो साल तक कोई भी कार्यक्रम आयोजित नहीं हुआ, हालांकि विधानसभा पर ध्वजारोहण हुआ. दो साल बाद इस बार 26 जनवरी में बच्चों ने विधानसभा पर कार्यक्रम प्रस्तुत किया. इसके बाद अब 15 अगस्त को भी कोरोना को देखते हुए सारी तैयारी की गई हैं. इस दौरान कोविड प्रोटोकॉल का भी पूरा पालन किया जाएगा.

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

लखनऊ : राजधानी में तमाम निजी स्कूल हैं. स्कूलों की छुट्टी एक समय पर होती है. जिसकी वजह से शहर में जाम की समस्या उत्पन्न हो जाती है. इस समस्या को समाप्त करने के लिए नवनियुक्त जिला विद्यालय निरीक्षक राकेश कुमार ने स्कूलों के साथ बैठक की. बैठक में कहा गया है कि अगर स्कूलों की क्लास और छुट्टी की टाइमिंग में कुछ फेरबदल किया जाये तो इससे जाम की समस्या कहीं हद तक दूर हो सकेगी.


जिला विद्यालय निरीक्षक (DIOS) राकेश कुमार ने बताया कि लखनऊ प्रदेश की राजधानी है. अन्य जिलों की तुलना में यहां अधिक विद्यालय हैं, खासकर निजी विद्यालय की संख्या अधिक है. यहां बहुत सारे मुद्दे हैं, जिसे हम दूर करने की कोशिश कर रहे हैं. निजी विद्यालयों में सबसे बड़ा मुद्दा सामने आया है कि स्कूल जब खुलते हैं या बच्चों की छुट्टी होती है उस समय पर ट्रैफिक की दिक्कतें बढ़ जाती हैं. स्कूलों के सामने काफी भीड़ की स्थिति होती है. इस संबंध में जिला प्रशासन की तरफ से निर्देशित किया गया है.

बातचीत करतीं संवाददाता अपर्णा शुक्ला

उन्होंने बताया कि स्कूलों की बैठक की गई है. बैठक में यह बात निकलकर आई है कि किस तरह से हम स्कूलों के सामने लगने वाले जाम से निजात पा सकते हैं. ऐसे में यह निष्कर्ष निकाला गया है कि फिलहाल स्कूलों की टाइमिंग में थोड़ा सा अंतर किया जाए, ताकि एक साथ कई स्कूलों की छुट्टी न हो. इससे ट्रैफिक जाम होता है. छुट्टी के साथ-साथ कुछ क्लासेस में भी हेरफेर किया जाए. उसका भी समय थोड़ा बदल जाए, जिससे एक साथ सभी स्कूल बंद नहीं होंगे और ना फिर वहां पर ट्रैफिक की समस्या होगी. इसके अलावा निजी सिक्योरिटी को भी स्कूल के बाहर लगाएं, ताकि वह अभिभावकों को थोड़ा सा कंट्रोल कर सके और जाम जैसी समस्या उस क्षेत्र में ना हो.

इस बार हम लोग स्वतंत्रता दिवस की 75वीं वर्षगांठ मनाने जा रहे हैं. इस बार विद्यालयों में कई तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. इसके साथ ही साथ जिला प्रशासन के स्तर से कुछ कार्यक्रम कराए जाएंगे. इस कार्यक्रम के अंतर्गत विभिन्न ग्रुप बनाए गए हैं. सभी की थीम अलग-अलग रखी गयी है. उसी टीम के आधार पर बच्चे कार्यक्रम में प्रतिभाग करेंगे. स्काउट की टीम में 75 बच्चे प्रतिभाग करेंगे. एनसीसी कैडेट के स्टूडेंट होंगे. उन्होंने कहा कि हमारी पूरी कोशिश है कि स्वतंत्रता दिवस के मौके पर हम जितने रंग भर सकते हैं उतने हर्षोल्लास के साथ भर दें. इसमें जिला प्रशासन हमारा पूरा सहयोग कर रहा है.

ये भी पढ़ें : बाघ की मूंछ के बाल करते हैं सेंसर का काम : प्राणी उद्यान निदेशक
उन्होंने बताया कि कोविड दौर में पूरे दो साल तक कोई भी कार्यक्रम आयोजित नहीं हुआ, हालांकि विधानसभा पर ध्वजारोहण हुआ. दो साल बाद इस बार 26 जनवरी में बच्चों ने विधानसभा पर कार्यक्रम प्रस्तुत किया. इसके बाद अब 15 अगस्त को भी कोरोना को देखते हुए सारी तैयारी की गई हैं. इस दौरान कोविड प्रोटोकॉल का भी पूरा पालन किया जाएगा.

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.