लखनऊः लखनऊ की कमिश्नर डॉ. रोशन जैकब लगातार शहर में लगने वाले जाम को लेकर जिम्मेदार विभागों को दिशा निर्देश देती हैं. स्वयं भी सड़क पर उतरती हैं, लेकिन जाम है कि खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा है. आम जनता को बेतरतीब लगने वाले जाम से दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. जाम का सबसे बड़ा कारण ऑटो, टेंपो और ई रिक्शा ही बनते हैं. अब ऐसे वाहन जाम का कारण बनेंगे तो वाहन चालकों को इसका भुगतान करना पड़ेगा. लखनऊ के आरटीओ (प्रवर्तन) संदीप पंकज ने शनिवार को ऑटो टेंपो यूनियन के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर उन्हें इस बारे में हिसायत दी है. कहा है कि सड़क पर अगर इधर उधर ऑटो, टेंपो खड़े मिले और जाम का कारण बने तो जुर्माना लगाया जाएगा.
लखनऊ के संभागीय परिवहन अधिकारी (प्रवर्तन) संदीप कुमार पंकज ने बताया कि ऑटो यूनियन के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर उन्हें निर्देशित किया गया है कि वह चालकों को प्रशिक्षित करें कि वे किसी भी कीमत पर शहर के मुख्य मार्गों पर वाहन खड़ा कर सवारी न बिठाएं. इससे जाम लगता है और आम जनता को दिक्कत होती है. चेकिंग के दौरान ऑटो-टेंपो चालकों की अराजकता सड़क पर दिखाई पड़ने पर चालान की कार्रवाई की जाएगी.
शहर के मुख्य मार्ग अवध चौराहा, आलमबाग बस स्टैंड, चारबाग, हुसैनगंज, हजरतगंज, निशातगंज और पॉलीटेक्निक चौराहे पर ऑटो और टेंपो का ठहराव किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. मीटिंग में आरटीओ आरपी द्विवेदी, आरटीओ प्रवर्तन संदीप पंकज, एआरटीओ (प्रवर्तन) अमित राजन राय के अलावा ऑटो रिक्शा थ्री व्हीलर महासंघ के अध्यक्ष पंकज दीक्षित, टेंपो टैक्सी महासंघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजेश राज, चालक वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष किशोर वर्मा उपस्थित रहे.
ई रिक्शा पर किया जाएगा नियंत्रण
शहर के मुख्य मार्गों पर ई-रिक्शा का संचालन पूरी तरह से प्रतिबंधित है. बावजूद इसके इन्हीं मार्गों पर धड़ल्ले से ई-रिक्शा संचालित हो रहे हैं. उन्हें न आरटीओ के अधिकारियों का कोई डर है और न ही पुलिस और यातायात पुलिस का कोई खौफ. ई रिक्शा चालकों की अराजकता से जाम की स्थिति पैदा हो रही है. अब ई रिक्शा पर भी नियंत्रण स्थापित किया जाएगा. शहर के बढ़ते दायरे के मद्देनजर ई रिक्शा को शहर से शिफ्ट करने पर भी मंथन होगा.