लखनऊ: राजधानी स्थित गुरुद्वारों में रविवार को नानकशाही कैलेंडर के अनुसार 553वां नव वर्ष और चैत्र माह का संक्रान्ति पर्व मनाया गया. इस अवसर पर नाका, यहियागंज के गुरुद्वारा साहिब में शबद कीर्तन हुए और चैत्र माह की महत्ता बताई गई. इस अवसर पर शबद कीर्तन हुए और लंगर वितरित किया गया.
विशेष दीवान रहिरास साहिब का हुआ पाठ
नानकशाही कैलेंडर के अनुसार 553वां नव वर्ष के आगमन दिवस एवं चैत्र माह संक्रान्ति पर्व पर विशेष दीवान श्री गुरु सिंह सभा ऐतिहासिक गुरूद्वारा नाका हिण्डोला में सजाया गया. शाम का विशेष दीवान रहिरास साहिब के पाठ से प्रारम्भ हुआ. शबद कीर्तन एवं नाम सिमरन नेसाध संगतों को निहाल किया.
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ज्ञानी सुखदेव सिंह ने संक्रान्ति पर्व पर व्याख्यान करते हुए कहा कि इस माह में आनन्द प्राप्त करने के लिए प्रभु की आराधना बहुत जरूरी है. प्रभु भक्ति से ही मनुष्य अपने खोए हुए आनन्द को प्राप्त कर सकता है.