लखनऊः केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) परीक्षाओं में फर्जी विद्यार्थियों को रोकने के लिए छात्रों की बायोमेट्रिक हाजिरी लेगा. फिलहाल इस नए प्रयोग को बोर्ड पहले 12वीं के विद्यार्थियों पर लागू करने की तैयारी में है. इससे परीक्षा के दौरान दूसरे की जगह परीक्षा देने वाले साल्वर को परीक्षा में बैठाने से रोका जा सकेगा. बताया जा रहा है कि प्रयोग सफल रहने पर स्कूलों में भी विद्यार्थियों की अटेंडेंस बायोमेट्रिक सिस्टम से ली जाएगी.
परीक्षा कक्ष में ली जाएगी परीक्षार्थियों की अटेंडेंस
दरअसल, बोर्ड पहले इस व्यवस्था को प्रायोगिक तौर पर 12वीं की बोर्ड परीक्षा में लागू करेगा. बायोमेट्रिक सिस्टम से परीक्षार्थियों की अटेंडेंस परीक्षा कक्ष में ली जाएगी. यह प्रयोग पहली बार किया जा रहा है. बताया जा रहा है कि यह प्रयोग सफल रहने पर आने वाले समय में स्कूलों में भी विद्यार्थियों की उपस्थिति इसी प्रक्रिया से लेने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी. बता दें कि अभी तक परीक्षार्थी की पहचान प्रवेश पत्र पर लगे फोटो को देखकर की जाती थी, लेकिन अब परीक्षार्थियों की पहचान डिजिटल रूप में करने की तैयारी है. इस नई व्यवस्था के लागू होने से परीक्षार्थियों को पहचानने में आसानी हो सकेगी और कोई फर्जी विद्यार्थी या साल्वर निकला तो उसे परीक्षा के दौरान ही पकड़ा जा सकेगा.
प्रयोगात्मक परीक्षाएं एक मार्च से
सीबीएसई ने कोरोना गाइड लाइन का ध्यान रखते हुए परीक्षा कराने का निर्देश दिया है. सीबीएसई 10वीं, 12वीं की बोर्ड परीक्षा चार मई से शुरू होकर 10 जून तक चलेगी. इसके बाद 10 जुलाई तक नतीजे घोषित करने की संभावना है. जबकि बोर्ड की ओर से प्रयोगात्मक परीक्षाएं एक मार्च से शुरू हो रही हैं.
बायोमेट्रिक से उपस्थिति लेने के आदेश का इंतजार किया जा रहा है. अभी इसकी तैयारी की चर्चा है. अगर ऐसा हुआ तो परीक्षा में शामिल होने वाले विद्यार्थियों के फिंगरप्रिंट लेकर डाटा सुरक्षित किया जाएगा.
डाॅ. जावेद आलम खान, सिटी कार्डिनेटर, सीबीएसई