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प्रदेश में अब गंभीर बीमारियों पर दिया जाएगा जोर, डिप्टी सीएम ने दिए स्क्रीनिंग के निर्देश

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Published : Jan 4, 2023, 3:54 PM IST

प्रदेश में गंभीर बीमारी की इलाज को लेकर सरकार काफी सख्त है. उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने नेशनल हेल्थ मिशन के तहत होने वाले कार्यक्रमों (Campaign to prevent serious diseases in 15 districts) को लेकर निर्देश दिए.

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लखनऊ : प्रदेश में गंभीर बीमारी कैंसर, डायबिटीज और स्ट्रोक से बचाने लिए के लिए अभियान पर अब जोर दिया जाएगा. राजधानी लखनऊ समेत प्रदेश के 15 जिलों में नेशनल प्रोग्राम फॉर प्रिवेंशन एंड कंट्रोल ऑफ कैंसर, डायबिटीज, कॉर्डियोवैस्कुलर एंड स्ट्रोक कार्यक्रम (Campaign to prevent serious diseases in 15 districts) चलाया जाएगा. जो लोगों को जागरूक करने का काम करेगी.

एनएचएम यानी नेशनल हेल्थ मिशन ने योजना के संचालन की अनुमति प्रदान कर दी है. अभी प्रदेश के 30 जिलों में यह कार्यक्रम चल रहा है. अब 45 जिलों में इस कार्यक्रम का संचालन होगा. डिप्टी सीएम बृजेश पाठक (Deputy CM Brijesh Pathak) ने योजना के प्रभावी संचालन के निर्देश दिए हैं. कैंसर, डायबिटीज, दिल से जुड़ी और स्ट्रोक जैसी बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं. लक्षण देर से नजर आने पर बीमारी की समय पर पहचान नहीं हो पाती है. लिहाजा नेशनल हेल्थ मिशन के तहत एनसीडीसीएस कार्यक्रम का संचालन किया जा रहा है. सीएमओ कार्यक्रम की निगरानी करेंगे. जिले की एनसीडी सेल द्वारा कार्यक्रम चलेगा. जिले की कुल जनसंख्या जिनकी आयु 30 वर्ष या इससे अधिक होगी, उनकी स्क्रीनिंग की जाएगी. एनएचएम की तरफ से सभी 45 जिलों को बजट आवंटित किया जा चुका है.

अमेठी, बलरामपुर, बरेली, बस्ती, बुलंदशहर, इटावा, अयोध्या, गोंडा, जौनपुर, कानपुर नगर, लखनऊ, मथुरा, मिर्जापुर, मुरादाबाद एवं प्रतापगढ़ में पापुलेशन बेस्ड स्क्रीनिंग के संचालन के लिए अनुमोदन प्रदान किया गया है. डिप्टी सीएम बृजेश पाठक (Deputy CM Brijesh Pathak) ने बताया कि दिल, कैंसर, डायबिटीज जैसी गंभीर बीमारियों की पहचान के लिए कदम उठाए जा रहे हैं. समय पर बीमारी की पहचान के लिए स्क्रीनिंग जरूरी है. सभी लोग जांच कराएं ताकि समय पर बीमारी पहचान की जा सके.

यह भी पढ़ें : जैन धर्म के अनुयायियों के पक्ष में बसपा सुप्रीमो, कहा धार्मिक स्थलों की पवित्रता बरकरार रखें सरकारें

लखनऊ : प्रदेश में गंभीर बीमारी कैंसर, डायबिटीज और स्ट्रोक से बचाने लिए के लिए अभियान पर अब जोर दिया जाएगा. राजधानी लखनऊ समेत प्रदेश के 15 जिलों में नेशनल प्रोग्राम फॉर प्रिवेंशन एंड कंट्रोल ऑफ कैंसर, डायबिटीज, कॉर्डियोवैस्कुलर एंड स्ट्रोक कार्यक्रम (Campaign to prevent serious diseases in 15 districts) चलाया जाएगा. जो लोगों को जागरूक करने का काम करेगी.

एनएचएम यानी नेशनल हेल्थ मिशन ने योजना के संचालन की अनुमति प्रदान कर दी है. अभी प्रदेश के 30 जिलों में यह कार्यक्रम चल रहा है. अब 45 जिलों में इस कार्यक्रम का संचालन होगा. डिप्टी सीएम बृजेश पाठक (Deputy CM Brijesh Pathak) ने योजना के प्रभावी संचालन के निर्देश दिए हैं. कैंसर, डायबिटीज, दिल से जुड़ी और स्ट्रोक जैसी बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं. लक्षण देर से नजर आने पर बीमारी की समय पर पहचान नहीं हो पाती है. लिहाजा नेशनल हेल्थ मिशन के तहत एनसीडीसीएस कार्यक्रम का संचालन किया जा रहा है. सीएमओ कार्यक्रम की निगरानी करेंगे. जिले की एनसीडी सेल द्वारा कार्यक्रम चलेगा. जिले की कुल जनसंख्या जिनकी आयु 30 वर्ष या इससे अधिक होगी, उनकी स्क्रीनिंग की जाएगी. एनएचएम की तरफ से सभी 45 जिलों को बजट आवंटित किया जा चुका है.

अमेठी, बलरामपुर, बरेली, बस्ती, बुलंदशहर, इटावा, अयोध्या, गोंडा, जौनपुर, कानपुर नगर, लखनऊ, मथुरा, मिर्जापुर, मुरादाबाद एवं प्रतापगढ़ में पापुलेशन बेस्ड स्क्रीनिंग के संचालन के लिए अनुमोदन प्रदान किया गया है. डिप्टी सीएम बृजेश पाठक (Deputy CM Brijesh Pathak) ने बताया कि दिल, कैंसर, डायबिटीज जैसी गंभीर बीमारियों की पहचान के लिए कदम उठाए जा रहे हैं. समय पर बीमारी की पहचान के लिए स्क्रीनिंग जरूरी है. सभी लोग जांच कराएं ताकि समय पर बीमारी पहचान की जा सके.

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