लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने ट्वीट (Mayawati Tweet on BJP) कर बीजेपी पर तंज कसा है. उन्होंने गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले वहां भाजपा सरकार की तरफ से कॉमन सिविल कोड को मुद्दा बनाए जाने पर नाराजगी जताई है.
मायावती ने ट्वीट (Mayawati Tweet on BJP Common Civil Code) में लिखा कि यूपी और अन्य राज्यों में भी रोजगार, विकास के बजाय बीजेपी द्वारा विवादित मुद्दों को उठाया जाता है, जो विभाजन की तरह समान नागरिक संहिता को चुनावी मुद्दा बनाया जाता है. गुजरात में ऐसे चुनावी मुद्दों से आम चर्चा को बल मिलता है. जैसे गुजरात में बीजेपी की हालत वास्तव में ठीक नहीं है.
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1. यूपी व अन्य राज्यों में भी रोजगार व विकास के बजाय बीजेपी द्वारा विवादित एवं विभाजनकारी मुद्दों की तरह समान नागरिक संहिता को चुनावी मुद्दा बनाना खास बात नहीं, किन्तु गुजरात में इसको चुनावी मुद्दा बनाने से इस आमचर्चा को बल मिलता है कि वहाँ बीजेपी की हालत वास्तव में ठीक नहीं है।
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3. साथ ही, चुनाव को प्रभावित करने के लिए जनता की नजर से अज्ञात श्रोतों से प्राप्त अकूत धन का इस्तेमाल कितना उचित? ताजा आँकड़े बताते हैं कि गुजरात व हिमाचल विधानसभा आमचुनाव से पहले चुनावी बाण्ड की गुप्त फण्डिंग की मार्फत 545 करोड़ रुपये के चन्दे दिए गए हैं। यह धन कहाँ जा रहा है?
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जबकि केंद्र ने अभी हाल में स्वयं सुप्रीम कोर्ट में कहा है कि यूनिफॉर्म सिविल कोड (BJP Common Civil Code) के मामले पर कोई निर्णय अभी न किया जाएगा. इसकी रिपोर्ट 22वें लॉ कमीशन को सौंपी जाएगी. फिर भी गुजरात विधानसभा चुनाव में ऐसा क्या होने जा रहा है जिससे बीजेपी विचलित है. भाजपा झुक रही है. उन्होंने कहा कि साथ ही चुनाव को प्रभावित करने के लिए जनता की नजर में अज्ञात स्रोतों से प्राप्त धन का इस्तेमाल कितना उचित है. वहीं, ताजा आंकड़े बताते हैं कि गुजरात और हिमाचल विधानसभा उपचुनाव से पहले चुनावी बांड की गुप्त फंडिंग की मार्फत 545 करोड़ रुपये दी गई हैं.